श्री राधा महारानी चालीसा (राधाष्टमी पर विशेष)
डॉ. दशरथ मसानिया, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। भादों शुक्ला अष्टमी,राधा का अवतार। बृषभानू घर ऊपजी, कहत है कवि विचार।। जयजगरानी जयकल्याणी। बृषभानू की सुता भवानी।।1 सुंदर रूपा नयन विशाला। शोभा देत गले की माला।।2 शीश फूल माथे पे सोहे। मन को हरती सुंदर भोहें।।3 कर्णफूल की छवि है न्यारी। मंद हंसी लागत ह…