गौरव सिंघल, सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल ने खेल अधिकारी अनिमेष सक्सेना को मुअत्तल कर दिया है। जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने खिलाड़ियों के लिए तैयार किए गए भोजन को दुर्गंधभरे शौचालय में रखने, खिलाड़ियों को खराब गुणवत्ता और अधपका भोजन परोसने के मामले की जांच एडीएम वित्त रजनीश मिश्र को सौंपी है। जो तीन दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
जिलाधिकारी अखिलेश सिंह के मुताबिक 16 सितंबर 2022 को डा. भीमराव आंबेडकर स्पोट्र्स स्टेडियम में राज्य स्तर की तीन दिवसीय सब जूनियर बालिकाओं की कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित हुई थी। पहले दिन 16 सितंबर को 300 खिलाड़ियों को दोपहर का जो भोजन परोसा गया उसमें चावल खराब गुणवत्ता के थे और अधपके हुए थे। चावल और पूड़ियों से भरी परात छिपाकर शौचालय में रखी गई थी। छात्रों ने इस पर सवाल उठाए थे। छात्रों को रोटियां भी नहीं मिली थीं। जिस पर खेल अधिकारी अनिमेष सक्सेना का कहना था कि भोजन दो बजे शुरू होना था और उसी वक्त सभी खिलाड़ी एक साथ पहुंच गए जिससे भोजन में अव्यवस्था पैदा हो गई थी।
उन्होंने माना कि चावल की गुणवत्ता खराब थी और रोटियां कम पड़ गई थीं। खिलाड़ियों की संख्या 300 थी और भोजन बनाने वाले केवल दो ही लोग थे। खिलाड़ियों को रोटी के लिए एक-एक घंटे तक का इंतजार करना पड़ा और कई खिलाड़ियों को रोटियां भी नहीं मिली। प्रतियोगिता में 17 मंडलों और एक छात्रावास की टीमें भाग लेने आई थीं। खिलाड़ियों के ठहरने और भोजन की व्यवस्था इसी स्टेडियम में थी। मामले की गूंज लखनऊ तक पहुंची तो प्रदेश के अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल ने इस मामले में जिलाधिकारी से घटना की पूरी जानकारी मांगी है और जिलाधिकारी ने यह काम एडीएम रजनीश मिश्र को सौंपा है।