आनंदमई

राजीव डोगरा, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।

इश्क, प्रेम, मोहब्बत
ये सब शब्द अधूरे है
एक बार तुम
आ जाओ तो
ये शब्द खुद-ब-खुद पूरे है।
एहसास, वफा, दिल्लगी
ये सब शब्द अधूरे है
एक बार तुम
छू लो मेरी रूह को
ये शब्द खुद-ब-खुद पूरे है।
अनुरक्ति, प्रीति, भक्ति
ये सब शब्द अधूरे है
एक बार तुम
सिमट जाऊं मेरे अंतर्मन में
ये शब्द खुद-ब-खुद पूरे है।

भाषा अध्यापक राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गाहलिया (कांगड़ा) हिमाचल प्रदेश

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