मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दिया सन्देश, संक्रमण काल में सिगरेट और तम्बाकू का सेवन घातक


शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 प्रवीण चौपड़ा ने बताया कि प्रतिवर्ष 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इसी के परिपेक्ष्य में उन्होंने कोरोना संक्रमण काल में सिगरेट और तम्बाकू के सेवन के घातक दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी।
डा0 चौपड़ा ने बताया कि तम्बाकू का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। हमारे देश में प्रतिदिन 2200 से अधिक लोग तम्बाकू सेवन के कारण मरते है, जबकि भारत में कैसर से मरने वाले 100 रोगियों में 40 रोगी तम्बाकू के प्रयोग के कारण मरते है, लगभग 95 प्रतिषत मुंह के कैंसर तम्बाकू सेवन करने वाले व्यक्तियों में होते है। उन्होने बताया कि धूम्रपान के कारण ह्रदय रोग, रक्तवाहिका रोग, फेफडों की समस्या और कैंसर जैसी गम्भीर बीमारियों का खतरा तो अत्यन्त बढ ही जाता है, लेकिन वर्तमान कोरोना संक्रमण काल में तो तम्बाकू और सिगरेट आदि का सेवन अत्यन्त घातक हो गया है। क्योकि कोरोना काल में तम्बाकू का सेवन तो जानलेवा है ही उससे भी अधिक तम्बाकू खाकर थूकना भी जानलेवा है, क्योकि थूकने से कोविड-19 बीमारी को संक्रमण का खतरा बढ जाता है। उन्होने बताया कि तम्बाकू के सेवन से व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है जिसके कारण भी कोविड-19 संक्रमण का खतरा बढ जाता है। इसके साथ सिगरेट का सेवन भी कोरोना संक्रमण काल में और भी अधिक खतरनाक हो गया है, क्योकि सिगरेट हमारे फेफडों की कार्य क्षमता को जहां एक ओर कम करती है, वही दूसरी ओर कोरोना का वायरस फेफडो को सबसे अधिक संक्रमित करता है, इसलिए स्वस्थ्य और सुरक्षित रहने के लिए यह अत्यन्त आवश्यक है कि जो भी लोग तम्बाकू सिगरेट, गुटका आदि का सेवन करते हो वो इसका सेवन करना छोड दें और स्वस्थ्य जीवन शैली अपनायें।


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