शि.वा.ब्यूरो, जानसठ। कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन के चलते सोमवार सुबह तहसील पहुंचे एक दर्जन से अधिक महिला पुरुष प्रवासी मजदूरों ने एसडीएम के ना मिलने के कारण तहसील में ही डेरा जमा दिया और प्रशासनिक अधिकारियों से मिलने के बाद ही प्रवासी मजदूरों नें वापस जाने की बात कही। आईएएस ऑफिसर एसडीएम कुलदीप मीणा नें मामले का संज्ञान लेते हुए प्रवासी मजदूरों को भरोसा दिलाया कि उनको घबराने की जरूरत नहीं है, जल्द ही उनको घर भेजने की व्यवस्था कराई जाएगी। एसडीएम नें भूखे प्यासे प्रवासी मजदूरों के खाने की व्यवस्था भी कराई।
प्रवासी मजदूरों ने एसडीएम को बताया कि पंजाब के होशियारपुर से उप जिला मजिस्ट्रेट से परमिशन पत्र प्राप्त कर बरेली अपने घर जाने के लिए एक दर्जन से अधिक महिला व पुरुष प्रवासी मजदूर साइकिल पर सवार होकर चले थे, लेकिन जैसे ही वह देवल बैराज पर पहुंचे तो यहां पुलिस नें उनको जबरदस्ती एक ट्रक में बैठा कर भगा दिया। इसके बाद ट्रक चालक नें उन्हें अनजाने रास्ते में छोड़ दिया। आखिरकार भटकते-भटकते वे किसी तरह तहसील तक पहुंचे हैं। एसडीएम नें प्रवासी मजदूरों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है, सभी को उनके घर वापस भेजा जाएगा। एसडीएम ने प्रवासी मजदूरों के खाने की व्यवस्था भी कराई।
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