शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर/लखनऊ। जनपद में तैनात होमगार्ड हाथों में कटोरा लिए जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और मुख्यमन्त्री के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन देने के लिए धरने पर बैठे। धरना-प्रदर्शन के पश्चात नगर के शिव चोक पर हाथो में कटोरा लिए भीख मांगी। उत्तर प्रदेश में जहां एक ही झटके में 25 हजार होमगार्ड बेरोजगार हो गए हैं, जिसके चलते पुलिस विभाग ने बजट का हवाला देते हुए 25 हजार होमगार्ड जवानों की ड्यूटी समाप्त करने का निर्णय लिया है।
जनपद से भी भारी संख्या में होमगार्ड की डियूटी समाप्त कर दी गई है, जिससे होमगार्डस में भारी रोष पनप गया और उन्होंने अपना दुखड़ा मुख्यमन्त्री को सुनाये जाने के लिए हाथों में कटोरा लिए जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरना प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमन्त्री के नाम एक ज्ञापन देने हेतु धरना प्रदर्शन किया। इस धरना प्रदर्शन पर भारतीय किसान यूनियन के रास्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत भी अपने पदाधिकारियों एंव कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे और धरनारत होमगार्डों को आश्वासन दिया कि उनके साथ यूनियन कंधे से कन्धा मिलाकर खड़ी है, जहां भी यूनियन की जरूरत पड़े तुरन्त बताएं हम सब आप के साथ है। धरना-प्रदर्शन के पश्चात समस्त होमगार्डो ने नगर के शिव चोक पर हाथो में कटोरा लेकर भीख मांगी और बताय की यह भीख का पैसा मुख्यमंत्री के राहत कोष में जमा कराया जाएगा, क्योकि राज्य सरकार भूखी हो चुकी है।
दूसरी ओर विभागीय मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि किसी होमगार्ड को निकाला नहीं जाएगा, सभी 25 हजार होमगार्ड की ड्यूटियां लगाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि हां ड्यूटी कुछ कम की जा सकती है। विभागीय मंत्री ने कहा कि होमगार्ड को हटाने के लिए लिखित तौर पर कोई पत्र अभी तक उनके पास नहीं आया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री संवेदनशील है, कोई रास्ता निकलेगा। वे विभागीय बैठक में विचार-विमर्श करेंगे, पुलिस विभाग को होमगार्ड की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि होमगार्ड विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई है। मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि 500 के बजाए अब ₹672 मानदेय दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि होमगार्ड अपनी दीपावली अच्छे से मनाएं, सरकार नौकरी देने वाली है, किसी की नौकरी लेने वाली नहीं है।