तलाश
डाँ.  राजीव डोगरा,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। ढूंढने पर भी नहीं मिलते  वह लोग जो सत्य की बात  सब से किया करते हैं। ढूंढने पर भी नहीं मिलते  वह लोग जो अपने होकर  अपनापन दिखाए करते है। ढूंढने पर भी नहीं मिलते  वह लोग जो सच्ची मोहब्बत की  तलाश किया करते है। ढूंढने पर भी नहीं मिलते  वह लोग जो सब होते …
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मैथिलीशरण गुप्त चालीसा (जन्म तिथि तीन अगस्त पर विशेष)
डॉ. दशरथ मसानिया,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। राष्ट्र कवि चिर  साधना, नारी का सम्मान। शरणमैथली नमन करुं,कहत है कवि मसान।। जय जय प्यारे मैथिल भाई। रचना लिखते  देश हिताई।।1 शरण मैथिली नाम तिहारा। आपन जस गावत संसारा।।2 अगस्त त्रय छैयासी आई। हिन्दी साधक जन्में भाई।।3 शुक्ला द्वितिया सावन मासी। चिरागांव…
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देखो देखो सावन आया
डॉ. दशरथ मसानिया,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। धरती माता हरष रही है। मोटी बूंदें बरस रही है।।1 वर्षा भी अब भारी है। भूस्खलन भी जारी है।।2 नदियों में जल चढ़ रहा है। बाढ़ प्रकोप बढ़ रहा है।।3 काले बादल गरज रहे हैं। कहीं कहीं पर तरस रहे हैं।।4 चार धाम में जा रहे है। शिव के दर्शन पा रहे हैं।।5 अमरनाथ की…
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कफ़न न पायो अंग (प्रेमचंद रचित कहानी कफ़न पर आधारित)
डॉ. दशरथ मसानिया,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। किरसानों के गांव में, इक छोटा परिवार ।  मजदूरी से पेट भरे, करता नशा अपार।।1  हट्टे कट्टे आलसी, भोजन को तैयार।  मां काली का नाम ले,दारू पिये डकार ।।2  तन को चिथड़े ढाकते, दोनों थे मक्कार।  घर में बरतन बस यही, माटी के दोचार ।।13  काम काज तो करे नही, बातें…
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बजट
आशुतोष  ,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। बेरोजगारी  पर  लगाम बजट से होगा समाधान।। महिलाओ और युवाओ को प्रशिक्षण  कौशल विकास पर और अधिक जोर।। योजनाओ से होंगी स्वावलंबी आर्थिक रूप में होगी मजबूती।। मुद्रा लोन दस से बीस लाख बढेंगे कारोबारी और व्यवसाय।। बिहार की जय जय नालंदा को पर्यटन केन्द्र।। तीन एक्सप्र…
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राहु
डाँ.  राजीव डोगरा,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। राहु हूँ  नई राह दिखता हूँ। पथ पर अग्रसर कर  अपार सफलता दिलवाता हूँ। कर्म बुरे करते तो  रोग, शत्रुता और ऋण बढ़ाता हूँ। शुभ कर्मो पर धनार्जन के नये मौके दिखलाता हूँ। शुक्र, शनि, बुध मित्रों संग  मिलकर राज पाठ का अधिकारी भी बनाता हूं। 18 साल की महादशा में…
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मानव कल्याण मंच ने नगर के चार विद्यालयों के जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को पुस्तकों व कापियों का नि:शुल्क वितरण किया
गौरव सिंघल,  देवबंद।  मानव सेवा को समर्पित मानव कल्याण मंच द्वारा नर सेवा नारायण सेवा के सूत्र को अपनाकर देवबंद नगर में वर्ष भर विभिन्न सेवा कार्य जनहित में किए जा रहे हैं। मासिक सेवा कार्य की इस कड़ी में मानव कल्याण मंच द्वारा गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी देवबंंद नगर के चार विद्यालयों के जरूरतमंद…
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उडूँगा
डाँ.  राजीव डोगरा,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।    मैं अभी और ऊंचा उठूंगा  याद रखना। ये तख़्त-ओ-ताज अपने नाम करुँगा  याद रखना। जो मोहब्बत हारी थी  वो भी अपने  नाम करुँगा  याद रखना। जो चेहरे आते हैं न  दूर-दूर नज़र  उनको भी अपने  करीब करुँगा  याद रखना। बहते थे न  जो अश्क  आंखों में  उनको कोहिनूर करूंग…
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अंतिम छाया
डाँ.  राजीव डोगरा,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। बीते हुए वक्त में  बीता हुआ हर लम्हा याद आएगा। बन गई है जो जगह  आपके हृदय में  वो बीता हुआ हर कल और आज याद आएगा। मुक्त हो जाएगे  इस जहाँ से एक दिन और छुप जाएगे  आपके हृदय  की ओट में। फिर भी आपको  हर जगह हर वक़्त  हमारा साथ याद आएगा। उड़ जाऊंगा  क्षितिज प…
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विश्व चैंपियन देश बना
डॉ. दशरथ मसानिया,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। सन दो हजार सात में,आया धोनी राज। टी ट्वेंटी के मेच में,देश बना सरताज।।1 फिर सन चौबीस में, रोहित किया कमाल। स्वर्ण पदक जीत लिया,जनजन है खुशहाल।।2 टास जीत निर्णय लिया,पहले बल्लेबाज। विराट विराट देखते, लंबी पारी आज।।3 एक छिहत्तर रन बना, बड़ा नहीं इस्कोर। ग…
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काव्य प्रेम
डाँ.  राजीव डोगरा,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। कब किताबों के पनों से प्यार हो गया पता ही न चला। कब अल्फाज़ो का लफ्ज़ो से इकरार हो गया पता ही न चला। कब शब्दों को मात्राओंं से नूरी इश्क़ हो गया पता ही न चला। कब प्रकृति का मानव से आलिगन हो गया पता ही न चला। कब हिंदी की बिंदी ने प्रेम की अनुभूति करवा दी प…
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गर्माहाट
डाँ.  राजीव डोगरा,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। बहुत अच्छा लगता है न  तुमको जीवों को  पका कर स्वाद से खाना। प्रकृति भी तो  पका रही हैं  अब तुमको  सूर्य की तप्त किरणों में। उसको भी तो  थोड़ा स्वाद आना चाहिए  तुम क़ो रुलाने में। बहुत अच्छा लगता है न  तुमको चुपचाप  अग्नि को सुलगा कर  वनों को  जलता हुआ द…
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बिरसा मुंडा चालीसा ( पुण्य तिथि पर विशेष)
डॉ. दशरथ मसानिया,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। बिरसा मुंडा धन्य हैं, वनवासी कल्याण। वीर दिवाने देश के,जग करता गुणगान।। बिरसा मुंडा एक दिवाना। भारत को जिसने पहिचाना।।1 वन का बेटा संतो जैसा। पर उपकारी पेड़ों जैसा।।2 स्वावलंबी धीरज धारी। जंगल का था बड़ा खिलाड़ी।।3 पंद्रह नवंबर मास निराला। सन अट्ठारह पच…
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सत्यनारायण चालीसा
डॉ. दशरथ मसानिया,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। सतनारायण की कथा,व्रत पूजन गुणगान। इस्कंद रेवा खंड में,कहत हैं कवि मसान।। सतनारायण जयजय स्वामी। सुखदाता तुम जग कल्याणी।।1 मृत्यु लोक नारद मुनि आये। सारे मानव दुखिया पाये।।2 फिर विष्णु को हाल सुनाया। तब प्रभु नारद भेद बताया।।3 पांच पाठ की कथा पुरानी। सूत …
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पर्यायवाची शब्द चालीसा
डॉ. दशरथ मसानिया,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। कृष्ण कंहैया श्याम हरि, मोहन बृज गोपाल। दीनबंधु राधारमण, दुखहारक नंदलाल।। पर्यायवाची में लखो,बहु शब्दों का ज्ञान । भाषा की कर साधना ,कहत हैं कवि मसान।। सरस्वती भारति मां शारद। ब्रह्मासुत ज्ञानी मुनि नारद।।१ पवनतनय कपिपति हनुमाना। राघव  रघुवर  राजा रामा।…
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बदलाव
डाँ.  राजीव डोगरा,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। बरसती बारिश की तरह बरस मत जाना। रंगो के साथ खेलते हुए मोहब्बत के रंग रंग मत जाना। जिस्म की चाहत में रूह से मोहब्बत कर न बैठना। दिल्लगी करते-करते कही दिलदार बन न बैठना। आबाद करते हुए लोगो को इश्क़ में खुद महोब्बत में बर्बाद न हो जाना। युवा कवि व लेखक गां…
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नल-दमयंती चालीसा
डॉ. दशरथ मसानिया,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। युधिष्ठिर के दुख देख के,वृहदश मुनि समझाय। नल दमयंती कथा कहि,सुन पांडव हरषाय।। वीर सेन थे निषद नरेशा। सुंदर पूत भये नल एका।।1 वीर उदार पराक्रम भारी। एक बुराई कभी जुआरी।।2 एक दिना की सुनो कहानी। उपवन में नल घूमन आनी।।3 सुंदर जोड़ा हंसन देखा। चितवन चंचल रू…
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