गौरव सिंघल, देवबंद। नगर कार्यालय पर एक बैठक को संबोधित करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा व भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ करोड़ जनता की उन्नति और विकास के लिए 26 जिले 6 मंडल 27 लोकसभा क्षेत्र 137 विधानसभा क्षेत्र को मिलाकर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण जरूरी है। पृथक राज्य बनने पर यहां शिक्षित युवाओं को रोजगार मिलेगा, बड़े उद्योग लगेंगे। एम्स आईआईएम, आईआईटी, एन आई टी बनेंगे। शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में यह राज्य देश में नहीं दुनिया में नंबर वन होगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य होने के कारण यहां कानून व्यवस्था चौपट हो गई है। सभी विभागों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिले सरकार को 80% राजस्व देते हैं। इसके बावजूद भी यहां शिक्षा और चिकित्सा नाम मात्र को है। पृथक राज्य बनने पर यहां शिक्षा और चिकित्सा अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी और सभी को नि:शुल्क होगी।
भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पृथक पश्चिम प्रदेश में प्रति व्यक्ति वार्षिक आय देश ही नहीं दुनिया में कतर, लक्जमबर्ग व सिंगापुर देशों से भी कहीं अधिक होगी। छोटे-छोटे राज्यों के निर्माण से ही देश की भी उन्नति संभव है। देश के छोटे राज्य हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, तेलंगाना इसके उदाहरण है। जहां पर शिक्षा और चिकित्सा पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कहीं बेहतर है। भगत सिंह वर्मा ने किसानों, मजदूरों, व्यापारियों, दुकानदारों, उद्योगपतियों, बुद्धिजीवियों, पत्रकारों, अधिवक्ताओं, युवाओं व छात्रों से एकजुट होकर अपनी आने वाली पीढ़ी की उन्नति के लिए पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण के संघर्ष में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने कहा कि पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण होने पर किसानों और गरीबों की समस्या स्वतः ही हल हो जाएगी। बैठक का संचालन करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री मोहम्मद वसीम ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा के नेतृत्व में पृथक पश्चिम प्रदेश के निर्माण का संघर्ष जारी रहेगा। बैठक में पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित नीरज कपिल, प्रदेश महामंत्री असीम मलिक, प्रदेश सचिव ऋषिपाल गुर्जर, मंडल उपाध्यक्ष कृपाल सिंह चौधरी, प्रदेश सचिव डॉक्टर परविंदर मलिक, प्रदेश सचिव मास्टर रईस अहमद, जिला उपाध्यक्ष मोहम्मद वसीम जहीरपुर,जिला मंत्री महबूब हसन, हाजी सुलेमान, डॉक्टर यशपाल त्यागी, सुभाष त्यागी, हरपाल सिंह, रविंद्र प्रधान, नरेश कुमार एडवोकेट, अजीत सिंह एडवोकेट, जोगिंदर सिंह, विजयपाल सिंह, सुधीर चौधरी, अरविंद चौधरी आदि ने भाग लिया।