मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। बराक घाटी की सबसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं में से एक को तेज़ी से आगे बढ़ाने के निर्णायक कदम के रूप में, ज़िला स्तरीय भूमि अधिग्रहण और परियोजना समिति ने कछार के उपायुक्त मृदुल यादव की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक में विशेष रूप से रणनीतिक बीरबल बाज़ार से सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल तक के खंड पर ध्यान केंद्रित किया गया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त मृदुल यादव ने परियोजना को संशोधित समय-सीमा के भीतर पूरा करने के लिए प्रशासन की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने विभागों के बीच समन्वित कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया और सभी संबंधित अधिकारियों को एक मिशन-मोड दृष्टिकोण अपनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हमें बिना किसी देरी के काम पूरा करना होगा। उन्होंने अंतर-विभागीय तालमेल, विशेष रूप से राजस्व, लोक निर्माण और विद्युत विभागों के बीच, का आह्वान किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी तकनीकी और प्रशासनिक मुद्दों का समयबद्ध तरीके से समाधान किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से प्रभावित भूस्वामियों और सामुदायिक प्रतिनिधियों के साथ विश्वास निर्माण और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए संवाद की खुली व्यवस्था बनाए रखने का भी आग्रह किया। उपायुक्त ने कहा कि परियोजना को कुशलतापूर्वक, संवेदनशीलता से और निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा करने की हमारी क्षमता पर निर्भर करती है।
बता दें कि सिलचर-हैलाकांडी मार्ग का चौड़ीकरण क्षेत्रीय बुनियादी ढाँचे को मज़बूत करने और गलियारे के साथ आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम माना जा रहा है। पूरा होने के बाद, यह उन्नत मार्ग सुगम परिवहन, आपातकालीन आवागमन और आवश्यक सेवाओं तक बेहतर पहुँच प्रदान करेगा।