मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। सिलचर-लामडिंग ब्रॉडगेज कार्यान्वयन संग्राम समिति के पदाधिकारी प्रदर्शन के दौरान पहुँचे और समिति के सदस्यों को गिरफ्तार कर अस्थायी जेल भेज दिया। पदाधिकारियों ने इस पर अपना रोष व्यक्त किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि समिति के पदाधिकारियों ने रेलवे अधिकारियों की अनुमति से विरोध प्रदर्शन किया था और अपनी माँगों को मनवाने के लिए स्टेशन अधीक्षक को एक ज्ञापन भी सौंपा था। इसके बावजूद, कछार पुलिस ने लोकतांत्रिक आंदोलन में बाधा डाली और समिति के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने पुलिस की भूमिका की निंदा की।
पूर्व में की गयी घोषणा के अनुसार सिलचर-लामडिंग ब्रॉडगेज कार्यान्वयन आंदोलन समिति ने चंद्रनाथपुर से लंका होते हुए गुवाहाटी तक वैकल्पिक रेलवे लाइन शुरू करने की मांग को लेकर सिलचर स्टेशन परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। समिति के सदस्य एकत्रित हुए और हाथों में तख्तियाँ लेकर वैकल्पिक रेल लाइन के निर्माण की सर्वेक्षण रिपोर्ट जनता के सामने प्रस्तुत करने, डीपीआर तैयार कर इसी वर्ष कार्य प्रारंभ करने की पुरजोर माँग की।
समिति के संयोजकों में से एक प्रोफेसर अजय रॉय ने कहा कि बराक के जनप्रतिनिधियों द्वारा सदन में यह मुद्दा उठाए जाने पर भी जनता आश्वस्त नहीं हुई। उन्होंने अपनी समस्याओं और अधिकारों की लड़ाई को मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए सभी का सहयोग माँगा। उन्होंने कहा कि आंदोलन के माध्यम से वैकल्पिक रेल लाइन का निर्माण शीघ्र पूरा करने के लिए सरकार पर दबाव बनाया जाना चाहिए।
अजय रॉय ने कहा कि दूसरी चंद्रनाथपुर-लंका रेल लाइन के निर्माण की माँग 2015 में हैलाकांडी में आयोजित एक जनसभा में उठाई गई थी। बाद में रेल मंत्री को कई ज्ञापन सौंपे गए। 2022 में केंद्र सरकार ने उक्त लाइन के सर्वेक्षण के लिए धनराशि आवंटित की। रेल मंत्रालय द्वारा किए गए सर्वेक्षण की कोई रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है। इस बार बारिश का मौसम शुरू होते ही पहाड़ी लाइन पर रेलवे लाइन भूस्खलन के कारण बार-बार बंद हो रही है। नतीजतन, यात्रियों को अकल्पनीय कष्ट सहने को मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ भूस्खलन के कारण रेलवे लाइन बंद होने के कारण दूसरी रेलवे लाइन का निर्माण नहीं करना पड़ रहा है, बल्कि जब बराक घाटी और त्रिपुरा की ट्रेनें, मिजोरम और मणिपुर राज्यों की ट्रेनों के साथ-साथ एक ही रेलवे लाइन से गुजरेंगी, तो उन्हें व्यावहारिक रूप से यातायात की समस्या का सामना करना पड़ेगा। इस समस्या से रेल यात्रियों के घंटों का समय बर्बाद होगा। समिति ने इस समस्या को समझते हुए बहुत पहले दूसरी रेलवे लाइन के निर्माण की मांग की थी। लेकिन आज, यात्रियों को लंबी देरी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
श्रावण मास में कांवड़ यात्रा की तैयारी जोरों पर, एडीएम व एसडीएम ने किया कांवड़ मार्ग का निरीक्षण’
’रिंकू गुप्ता संपादक’
रीडिंग टुडे
खतौलीरू श्रावण मास के पावन अवसर पर क्षेत्र में आने वाले शिव भक्त कांवड़ियों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। इसको देखते हुए शनिवार को अपर जिलाधिकारी प्रशासन संजय कुमार सिंह ने एसडीएम खतौली राजकुमार व तहसीलदार सतीश चंद्र बघेल के साथ कांवड़ मार्ग का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एडीएम प्रशासन ने साफ-सफाई, स्वास्थ्य सेवाओं, जनशाला की व्यवस्था और यातायात प्रबंधन को लेकर संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
’एडीएम संजय कुमार सिंह ने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारियों को विशेष रूप से निर्देशित किया कि शिव भक्त कांवड़ियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने गंग नहर पटरी मार्ग का पैदल घूमकर गहन निरीक्षण किया और मौके पर मौजूद अधिकारियों से पूरी रिपोर्ट ली। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीम से भी समन्वय बनाकर शिव भक्तों को मिलने वाली चिकित्सा सुविधाओं की समीक्षा की और हर आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने को कहा।’
नगर क्षेत्र की सफाई व्यवस्था को लेकर भी एडीएम ने सख्त रुख अपनाया और निर्देश दिए कि पूरे मार्ग पर स्वच्छता बनी रहे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि श्रावण मास की इस आस्था पूर्ण यात्रा में शासन-प्रशासन की जिम्मेदारी है कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
इस निरीक्षण में एसडीएम खतौली राजकुमार ने भी सक्रिय सहभागिता निभाई। उन्होंने नगर पालिका को विशेष रूप से कड़े निर्देश देते हुए कहा कि स्वच्छता और मार्गों की मरम्मत जैसे कार्य प्राथमिकता पर पूरे किए जाएं। एसडीएम राजकुमार ने जीटी रोड और नवल कट क्षेत्र का विशेष निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली और जरूरी सुधारों के आदेश दिए।
तहसीलदार सतीश चंद्र बघेल भी इस दौरान मौजूद रहे और उन्होंने व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत को बारीकी से समझते हुए अपने सुझाव साझा किए।
प्रशासन की इस सक्रियता से स्पष्ट है कि इस वर्ष की कांवड़ यात्रा को सुरक्षित, स्वच्छ और सुचारु बनाने के लिए सभी संबंधित विभाग पूरी तत्परता से जुटे हुए हैं।