नीतीश सरकार से जवाब तलब

कौशल किशोर आर्य, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।

नीतीश राज में लगातार कुर्मी बहुओं और बेटियों के साथ बलात्कार और हत्या हुई है, पर अपराधियों को संरक्षण मिलने के कारण कुर्मी पीड़ित परिवार दहशत में और अपराधी मौज में खुलेआम कानून और व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहा है, क्योंकि उसे सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। किसी भी कुर्मी पीड़ित या कुर्मी पीड़िता को नीतीश राज में न्याय नहीं मिला है और ना ही कुर्मी समाज पर अन्याय और अत्याचार करने वाले अपराधियों को सजा मिली है। लंबे शासनकाल में मुख्यमंत्री रहते हुए नीतीश कुमार ने कुर्मी समाज के लिए कोई कार्य नहीं किया।

बिहार पुलिस की हेड कांस्टेबल स्नेहा मंडल के साथ उनके एसपी द्वारा बलात्कार के बाद हत्या करके शव को गायब कर देना और स्नेहा मंडल के पिता को कोई दूसरा शव दे देना आज भी दिल में दर्द उत्पन्न करता है। मोतिहारी और सीवान में कुर्मी समाज के महिलाओं-बेटियों के साथ पहले सामुहिक बलात्कार के बाद में हत्या के मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। नीतीश कुमार के गृह जिले बख्तियार निवासी कुर्मी आंगनबाड़ी महिला सहायिका का कोरोना काल में पटना के पारस अस्पताल में इलाज के दौरान वहां के स्टाफ द्वारा बलात्कार मामले में भी कुछ भी कार्रवाई नहीं की गई। पटना के दुल्हन बाजार में एक कुर्मी नेत्री जो आरसीपी सिंह और जदयू के अन्य प्रमुख नेताओं और मंत्रियों की करीबी के रिश्तेदार की हत्या कर दी गई पर अब तक कारवाई शून्य है। ऐसे दर्जनों मामले है, जिसमें पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और आर्थिक मुआवजा दिलाने के लिए हम और हमारे टीम के सदस्य बहुत कोशिश की परन्तु परिणाम शून्य रहा। 

साल 2005 में जदयू के 88, भाजपा के 55 तथा राजद के 75 विधायक थे, जो 2010 के विधानसभा चुनाव में जदयू के 115, भाजपा के 91 और राजद के सिर्फ 22 विधायक थे। 2015 में राजद और जदयू मिलकर चुनाव लड़ी तो राजद को नीतीश कुमार के कारण ऑक्सीजन मिला और उसके 80 विधायक पहुंच गए तो जदयू के 71 विधायक और भाजपा के 53 विधायक ही थे। 2020 में भाजपा और जदयू साथ थे, तब भी भाजपा ने चिराग पासवान को आगे करके जदयू को 43 विधायक पर समेट दिया। बिहार के कुर्मी समाज के बंधुओं को बर्बाद और कमजोर करने तथा उन्हें प्रताड़ित करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार को हमेशा याद किया जाएगा। 

कुर्मी जागरण एकीकरण अभियान के राष्ट्रीय संचालक


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