श्री राम कॉलेज मे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। श्री राम कॉलेज के व्यवसाय एवं प्रबंधन विभाग मे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका मुख्य शीर्षक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूत, वर्तमान और भविष्य मे होने वाले प्रयोग और अनुप्रयोग पर चर्चा रहा, जिसमे बताया गया कि किस तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने मानव जीवन को सुगम और सरल बना दिया है तथा विद्यार्थियों के जीवन पर इसका क्या प्रभाव पडा है। 

प्रतियोगिता मे विद्यार्थियों ने जाना कि किस तरह जॉन मैकार्थी ने 1955 मे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को मानव जीवन मे लाने का उद्देश्य क्या था ? किंतु वर्तमान समय मे इसका प्रयोग किस उद्देश्य से किया जा रहा है तथा आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस का प्रयोग सर्तकतापूर्वक किस तरह किया जा सकता है तथा अपने आपको कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है। कार्यक्रम मे बहुत से प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता मे प्रथम स्थान अक्षित गोयल, द्वितीय स्थान पर निखील कुमार तथा तृतीय स्थान श्रुति अरोरा ने प्राप्त किया।
इस अवसर पर श्री राम कॉलेज की अध्यक्ष डा0 पूनम शर्मा ने विद्यार्थियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उचित प्रयोग के बारे मे जानकारी दी। श्रीराम कॉलेज की प्राचार्य डा0 प्रेरणा मित्तल ने विद्यार्थियो को बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और प्रबंधन का जीवन मे किस प्रकार उपयोग मानव जीवन को सरल बनाता है। संस्थान के डीन डा0 सौरभ मित्तल ने कहा आज के आधुनिक समय मे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बढ़ावा मिलना चाहिए। श्रीराम कॉलेज के निदेशक डा0 अशोक कुमार ने बताया कि किस तरह आज के आधुनिक समय मे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बिना जीवन कार्यहीन सा प्रतीत होता है। व्यवसाय एवं प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष विवेक कुमार त्यागी ने बच्चों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विषय मे प्रकाश डाला और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम का संचालन व्यवसाय एवं प्रबंधन विभाग की प्रवक्ता हंशिका जैन ने किया। 
बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने से मानव जीवन को बहुत राहत मिली है तथा कार्य करने की कार्यशैली मे बहुत ज्यादा परिवर्तन आया है जो कार्य को करने मे पहले कुछ दिन-महीनों का समय लगता था आज वो कार्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से कुछ मिनट-घंटो मे पूरा हो जाता है। जिस तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने से मानव जीवन सुगम और सरल हुआ है, उसी तरह कुछ अनजान खतरों की तरफ मानव जीवन अग्रसर है। जैसे-जैसे तकनीकी विकास बढता चला जा रहा है वैसे-वैसे ही मानव जीवन मे खतरे भी बढते चले जा रहे है। आज के दौर मे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग कुछ गलत कार्यो के लिए भी किया जाने लगा है, जैसे बैंक फ्रोड, डेटा चेरी तथा जरूरी जानकारी को चोरी कर लेना ये आम बात हो गयी है तथा महिलाओं का शोषण मानव देह व्यापार, हथियारों की तश्करी, नशीलें पदार्थो की तश्करी तथा डिजीटल करंसी का फ्रोड जैसे कार्यो को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से अंजाम दिया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान व्यवसाय एवं प्रबंधन विभाग के प्रवक्ता पंकज कुमार कौशिक, हिमांशु वर्मा, सागर शुक्ला, अंकुश रावल, जतिन सिंघल, मुद्रा मित्तल, ममता मित्तल, निशी ठाकुर, हंशिका जैन, निवेदिता पाण्डेय, पूनम शर्मा, अंशुल त्यागी, प्राक्षी त्यागी, विकास कुमार मौजूद रहें।

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