मदन सिंघल, शिलचर। हिंदू युवा परिषद की पहल पर वीर लाचित बाराफुकन का 501वां जन्मदिन 23 और 24 नवम्बर को मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा शर्मा से बंगाली बैनर फाड़ने की घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की अपील की। बंगालियों और असमियों के बीच विवाद पैदा करने वालों के खिलाफ सरकार निश्चित रूप से कानूनी कार्रवाई करेगी। इसके अलावा बराक और ब्रह्मपुत्र घाटियों को अलग करने के लिए हिंदू युवा परिषद का कोई समर्थन नहीं है। हिंदू युवा परिषद केंद्रीय समिति के अध्यक्ष पल्लब शैकिया और सचिव द्विपज्योति दुआरा, आयोजन सचिव रंजू नाथ, कछार जिला महिला अध्यक्ष रीता नाथ ने यह बात कही।
हिंदू युवा परिषद केंद्रीय समिति के अध्यक्ष पल्लब शैकिया ने कहा कि बीर लाचित बाराफुकन के नाम पर कोई भी संगठन असमिया और बंगालियों के बीच विभाजन पैदा करेगा, ऐसा नहीं हो सकता। वीर लाचित बाराफुकन की असीम वीरता, अपने देश और राष्ट्र के प्रति उनके प्रेम की कहानी युगों-युगों तक असम और देश के लोगों को प्रेरित करती रही है। लाचित बाराफुकन ने असम और देशवासियों के लिए लड़ाई लड़ी और विजयी हुए। हिंदू युवा परिषद असम एक पारंपरिक संगठन है जो देश और राष्ट्र के समक्ष कठिन परिस्थिति और कठिन समय में भारत और असम की सेवा कर रहा है। उन्होंने कहा कि हर साल की तरह, हिंदू युवा परिषद और सनातनी बीर हिंदूसेना 23 और 24 नवंबर को दो दिनों के लिए करीमगंज के नीलमगंज में उदयन भवन में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से वीर लाचित बाराफुकन का 501वां जन्मदिन मनाएंगे।
हिंदू युवा परिषद ने बराक घाटी में चौथी बार लाचित बाराफुकन के जन्मदिन का आयोजन किया है। हिंदू युवा परिषद और सनातनी बीर हिंदू सेना ने लाचित दिवस से पहले ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस कार्यक्रम में बराक और ब्रह्मपुत्र घाटी के गणमान्य व्यक्ति और संगठन के नेता उपस्थित रहेंगे। पल्लव शैकिया कहते हैं कि लाचित दिवस के अवसर पर बराक ने ब्रह्मपुत्र घाटी के सभी लोगों को बधाई दी। लाचित दिवस के अवसर पर हिंदू युवा परिषद, असम केंद्रीय समिति और स्थानीय लोग करीमगंज जिले के नीलामबाजार में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं। 23 नवंबर को सुबह ध्वजारोहण। भारत माता के पुतले का माल्यापर्ण एवं प्रतिनिधिमण्डल बैठक होगी।