केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन ओर डेयरी राज्यमंत्री संजीव कुमार बालियान ने जनपद में किया राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारम्भ
शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। आज विकास भवन में केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन ओर डेयरी राज्यमंत्री संजीव कुमार बालियान ने फीता काटकर राष्ट्रीय पोषण माह सितम्बर 2023 का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष वीरपाल निर्वाल, जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी, मुख्य विकास अधिकारी संदीप भागिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी राहुल गुप्ता, चरथावल, बद्यरा, शाहपुर, जानसठ के ब्लॉक प्रमुख एवं कन्वर्जेन्स विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी बघरा, शाहपुर, सदर एवं शहर, क्षेत्रीय मुख्य सेविका एवं आंगनवाडी कार्यकत्रियां उपस्थित रही।
केन्द्रीय राज्यमंत्री द्वारा आईसीडीएस विभाग द्वारा लगाये गये स्टॉल का अवलोकन किया गया एवं उपस्थित आंगनवाडी कार्यकत्रियों से राष्ट्रीय पोषण माह के अन्तर्गत आयोजित की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी की गयी। उन्होंने आईसीडीएस एवं कन्वर्जेन्स विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को समन्वय एवं समेकित प्रयासों से राष्ट्रीय पोषण माह का सफल आयोजन कराने के निर्देश दिये। केन्द्रीय राज्यमंत्री द्वारा रय्यान, रिधान, आहिल, अरमान, दिव्यांषी, आलिया, रजत, अबूबकर, इनायत एवं रिफा आदि 10 कुपोषित बच्चों को पोषण एवं स्वच्छता किट का वितरण भी किया गया।इस वर्ष राष्ट्रीय पोषण माह की मुख्य थीम सुपोषित भारत, साक्षर भारत, सशक्त भारत है। इसके साथ ही प्रभावी स्तनपान व सम्पूरक आहार, स्वस्थ बालक स्पर्धा (एसबीएस), पोषण भी पढ़ाई भी (पीबीपीबी), मेरी माटी मेरा देष (एमएमएमडी), मिशन लाइफ के माध्यम से पोषण में सुधार पोषण व एनीमिया स्तर में सुधार हेतु परीक्षण, उपचार व संवाद आदि माह की अन्य थीम निर्धारित की गयी है।
बता दें कि पोषण अभियान एक बहु-विभागीय कन्वर्जेन्स का अभियान है, जो प्रधानमंत्री के विजन ‘‘सुपोषण भारत‘‘ (कुपोषण मुक्त भारत) पर आधारित है। पोषण अभियान के प्रभावषाली क्रियान्वयन हेतु जन आन्दोलन और सामुदायिक भागीदारी आवश्यक घटक है। उपर्युक्त उद्देष्यों की पूर्ति हेतु वर्ष 2018 से प्रत्येक वर्ष सितम्बर माह में सभी हितधारकों के समेकित प्रयासों से ‘‘राष्ट्रीय पोषण माह‘‘ मनाया जाता है। इसी क्रम में छठां राष्ट्रीय पोषण माह सितम्बर, 2023 में मनायें जाने का निर्णय लिया गया है, जिसमें पोशण से सम्बन्धित समस्त कन्वर्जेन्स विभागों के समन्वय एवं समेकित प्रयासों से पूरे जनपद में पोषण आधारित जीवन चक्र के महत्वपूर्ण चरणों यथा गर्भावस्था, षैषवावस्था, बचपन व किषोरावस्था में पोशण के सम्बन्ध में जागरूकता लाने हेतु प्रचार-प्रसार तथा जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है।





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