एसडी काॅलेज ऑफ फार्मेसी में नेशनल फार्माकोविजिलेंस वीक के तहत सेमिनार आयोजित

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। एसडी काॅलेज फ फार्मेसी एण्ड वोकेशनल स्टडीज में नेशनल फार्माकोविजिलेंस वीक के अवसर पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसका शुभारम्भ कार्यक्रम की मुख्य अतिथि व विशेषज्ञ लैव कार्प साइंटिफिक सर्विस एण्ड सोल्युशन प्रा0लि0 मुम्बई की सीनियर सेफ्टी साइंस स्पेसिलिस्ट गार्गी राजवंशी व काॅलेज निदेशक डाॅ0 अरविन्द कुमार ने माँ सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया। नेशनल फार्माकोविजिलेंस वीक की इस वर्ष की थीम ‘‘बूस्टिंग पब्लिक काॅनफिडेंस इन फार्माकोविजिलेंस रही। 

कार्यक्रम के शुभारम्भ में ईशान अग्रवाल ने मंच का संचालन करते हुए इस क्षेत्र की अनुभवी विशेषज्ञ गार्गी राजवंशी का संक्षिप्त परिचय दिया तदोपरान्त गार्गी राजवंशी ने मंच को संभालते हुए इस क्षेत्र की बारीकियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि फार्माकोविजिलेंसएक प्रकार की प्रणाली हैं, जो दवाओं की सुरक्षा और प्रभावशीलता की निगरानी करने में मदद करती है। इसके अलावा यह प्रणाली दवाओं के उपयोग से जुड़े किसी भी संभावित जोखिम की पहचान करने में मदद कर सकती है। उन्होंने फार्माकोविजिलेंस की तमाम जटिल प्रक्रियाओं व देश-विदेश में होने वाली घटनाओं को उदाहरण के रूप में रोचकता से प्रस्तुत किया।

निदेशक डाॅ0 अरविन्द कुमार ने मुख्य अतिथि का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि फार्माकोविजिलेंस दवा व बीमारियों के लिए प्रासंगिक है, इसमें दवा त्रुटिया, प्रभावकरिता रिर्पोट की कमी दवा विपाक्ता, दवा से सम्बन्धित मृत्यु दर का आकलन, महामारी आदि के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करने वाला नवीन क्षेत्र है, जिसका लाभ हमारे छात्र-छात्राओं अपने कैरियर निर्माण में कर सकते है। इस दौरान गार्गी राजवंशी व छात्रों के बीच जमकर संवाद हुआ। कार्यक्रम की संयोजक डाॅ0 वैशाली सिंह ने बताया कि काॅलेज में इस प्रकार के ज्ञानवर्धक विषयों पर कार्यक्रम होते रहते है, जिससे हमारे छात्र अवश्य ही लाभान्वित होते है।

इस अवसर पर डाॅ0 भूवनेन्द्र सिंह, डाॅ0 विमल कुमार भारती, डाॅ0 पोपिन कुमार, हरेन्द्र सिंह, आसिफ खान, पल्लवी गौतम, रवि कुमार, कुलदीप सैनी, संजीव रतन तिवारी, मिनाता, अर्शी सैफी, सफक्त जै़दी, अनुराग, पीयूश, महिमा, सुबोध कुमार, सोनू सिंह, राहुल कुमार, अक्षय वर्मा, विकास, विनय, अश्वनी, सना जै़दी, एलिश व समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।


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