प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल में 16 जुलाई से प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का प्रयोग पूरी तरह प्रतिबंधित

शि.वा.ब्यूरो, आगरा। हमारे देश में प्रदूषण की समस्या प्रति दिन विकराल होती जा रही है। इससे निपटने के लिए हमें काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि लोगों में जागरूकता की कमी है। ये कहना है कि प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल के निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता का। उन्होंने कहा कि पृथ्वी को सुरक्षित रखने के लिए हर दिन को पृथ्वी सुरक्षा दिवस बनायें।

उन्होंने कहा कि प्रदूषण कई कारणों से बढ़ रहा है। उन में से एक सबसे बड़ा  कारण  दैनिक जीवन में प्लास्टिक का निरंतर बढता इस्तेमाल है। उन्होंने कहा कि फल ,सब्जी या कोई अन्य सामान हो, साधारण तौर पर हम इनके लिए प्लास्टिक बैग का ही इस्तेमाल करते हैं। प्लास्टिक बैग और प्लास्टिक की बोतल को प्रयोग के बाद पर फेंके जाने से, जमीन की निचली सतह पर पहुँचकर यह भूमि की उर्वरा शक्ति को कम करने के साथ ही साथ मृदा प्रदूषण फैलाते हैं।

उन्होंने कहा कि उसी तरह जल में फेंके जाने पर जल प्रदूषण और जलाए जाने पर वायु प्रदूषण फैलता है। कुछ जानवर भूल से प्लास्टिक को खा जाते हैं, जिससे उनमें गंभीर बीमारियाँ पनपने लगती हैं। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक के बैग, प्लेट व गिलास में खाने-पीने से प्लास्टिक का कुछ अंश हमारे शरीर में चला जाता है, जो कि हमारी सेहत को काफी नुकसान पहुँचाता है।

अप्सा अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि प्रदूषण को नियंत्रित करना हम सभी का उत्तरदायित्व है। इसके तहत स्कूल परिसर में प्लास्टिक के उपयोग  को कम करने का निरंतर अभ्यास किया जा  रहा है।

उन्होंने कहा कि प्लास्टिक का उपयोग पर्यावरण की दृष्टि से एक दुःस्वप्न है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक आज के समय का सबसे विनाशकारी हथियार है, जिसका प्रभाव भावी पीढ़ी पर सदियों तक रहेगा। उन्होंने कहा कि यह तय  किया गया है कि अप्सा के सभी स्कूल इस प्रयास को सफल बनाने की दिशा में अपना सहयोग देंगे, जिसके तहत सभी स्कूल प्लास्टिक की बोतलों, लंच बॉक्स और बैग के उपयोग से बचेंगे। उन्होंने सभी अभिभावकों से निवेदन किया कि वे मिलकर स्कूल परिसर, परिवेश और शहर को स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त बनाने की इस मुहिम से जुडकर इस प्रयास को सफल बनाने में अपना योगदान दें। 

डॉ. गुप्ता ने बताया कि प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल में 16 जुलाई, 23 के बाद विद्यालय परिसर में प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का  प्रयोग प्रतिबंधित होगा। उन्होंने कहा कि पॉलिथीन बैग का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद करें। घर से बाहर जाते समय अपने साथ पहले की तरह कपड़े का बैग लेकर चलना आदत में शामिल कीजिए। प्लास्टिक  से बने उत्पादों ,बर्तन और कंटेनर का इस्तेमाल बंद करें। पेपर और कपड़े के बैग का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि हर संभव कोशिश से वातावरण में प्लास्टिक को कम किया जाए तथा इनके बदले देसी और नेचुरल चीजों का इस्तेमाल किया जाए।

उन्होंने कहा कि परिवर्तन की इस प्रक्रिया में भाग लेने के लिए हमें भव्य, वीरतापूर्ण कार्यों में शामिल होने की आवश्यकता नहीं है। छोटे-छोटे कार्य जब लाखों लोगों के एक  साथ मिलकर चलने से बढ़ जाते हैं, तो दुनिया को बदल सकते हैं। उन्होंने नारा दिया कि पर्यावरण के विकास से अपना नाता जोड़ो, प्लास्टिक और पॉलिथीन के प्रयोग को अब छोड़ो। 

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