शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। वैदिक पुत्री पाठशाला इंटर कॉलेज में बालिकाओं एवं महिलाओं की प्रेरणास्रोत तथा देश की महानायिका, प्रथम महिला शिक्षक, समाज सुधारक एवं कवियत्री सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई गई। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार द्वारा सावित्री बाई फुले के विषय मे छात्राओं को विस्तृत जानकारी दी गई।
डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि सावित्री बाई फुले का जन्म 03 जनवरी 1831 को नायगांव मे हुआ था। सावित्री बाई फुले ने बालिकाओं एवं महिलाओं की शिक्षा, सशक्तिकरण व उनके अधिकारों के विषय मे अविस्मरणीय तथा अहम योगदान दिया। उन्होंने कहा कि सावित्री बाई फुले ने विधवा पुनर्विवाह, छुआछूत मिटाना, महिलाओं के अधिकार व उनको शिक्षित बनाने मे अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि 05 सिंतबर 1848 मे पुणे मे विभिन्न जातियों की 09 छात्राओं के साथ मिलकर बालिका विद्यालय की स्थापना की। उन्होने ज्योतिबाफुले के साथ 01 वर्ष मे 05 नये बालिका विद्यालय खोलें। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत जयंती कार्यक्रम मे सावित्री बाई फुले से सम्बंधित प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभाग करने वाली अलीना, राधिका, सोनिया व खुशी आदि छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम मे विशेष सहयोग देने के लिए वैदिक पुत्री पाठशाला इण्टर कॉलेज की प्रवक्ता अंजली गर्ग को भी सम्मानित किया गया।
बता दें कि कार्यक्रम का अयोजन जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी सतीश चंद गौतम के निर्देशन में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार द्वारा किया गया।