शि.वा.ब्यूरो, जमशेदपुर (झारखण्ड़)। श्रीमद्भागवत गीता को एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम में सम्मिलित किए जाने के निर्णय का अंतर्राष्ट्रीय संगठन भारतीय जन महासभा ने स्वागत किया है। संस्था के अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने बताया कि भारतीय जन महासभा के द्वारा एक ज्ञापन 28 नवम्बर 2022 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री को सौंपा गया था, जिसमें श्रीमद्भगवद्गीता को देशभर की सभी स्कूलों में प्राथमिक स्तर से ही अनिवार्य रूप से पढ़ाये जाने की मांग की थी।
धर्म चंद्र पोद्दार ने बताया कि गीता आध्यात्मिक और सांसारिक ज्ञान से भरपूर है और यह छोटी उम्र से ही छात्रों में अच्छी आदतें डाल देगी। उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तकों में श्रीमद्भागवत गीता को शामिल किए जाने के निर्णय की जानकारी मिलने पर भारतीय जन महासभा के लोगों ने केंद्र सरकार के प्रति अपना आभार प्रकट किया है।