संविधान दिवस के अवसर पर एसडी कालेज ऑफ इन्जिनियरिंग एण्ड टैक्नोलोजी में वाद-विवाद एवं गोष्ठी आयोजित



शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। एसडी कालेज फ इन्जिनियरिंग एण्ड टैक्नोलोजी में संविधान दिवस के अवसर पर संविधान के संवैधानिक मूल्यों एवं मूलभूत सिद्वांतो पर आधारित वाद-विवाद एवं गोष्ठी का आयोजन किया गया। भारत वर्ष में 26 नवम्बर को संविधान दिवस मनाया जा रहा है, जिसका शुभारम्भ माँ सरस्वती के समक्ष निदेशक व प्राचार्य प्रो0 प्रवीण पाण्डेय, निदेशक रेडियो एस0 डी0 90.8 FM डा0 सिद्वार्थ शर्मा ने दीप प्रज्जवलित करके किया। 

कार्यक्रम में संस्थान में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। प्राचार्य प्रो0 प्रवीण पाण्डेय ने बताया कि आज पूरा देश संविधान दिवस मना रहा है। आज के दिन संविधान सभा ने इसको पारित किया था। प्रो0 (डा0) प्रवीण पाण्डेय ने संविधान की उद्देशिका का वाचन किया तथा समस्त अध्यापकगण एवं छात्रों को भारतीय संविधान के प्रति सम्पूर्ण निष्ठा की शपथ दिलवाई। उन्होने बताया कि डा0 राजेन्द्र प्रसाद संविधान सभा के अध्यक्ष थे। संविधान सभा ने 2 वर्ष 11 माह 18 दिन कुल 114 दिन में संविधान तैयार किया। भारत का संविधान विश्व का सबसे लम्बा संविधान है। इसमें 395 अनुच्छेद और 12 अनुसूचियां है, ये 22 भागों में विभाजित है। 

प्रो0 पाण्डेय ने बताया कि बाबा साहिब डा0 भीम राव अंबेडकर को संविधान निर्माता कहा जाता है, वे संविधान मसौदा समिति के अध्यक्ष थे। भारतीय संविधान की वास्तविक प्रति प्रेम बिहारी नारायण रायजादा द्वारा हाथों से लिखी गई थी। इसे इटैलिक स्टाइल में काफी खूबसूरती से लिख गया था, जबकि हर पन्ने को शांतिनिकेतन के कलाकारों ने सजाया था। हाथों से लिखे संविधान पर 284 संसद सदस्यों ने हस्ताक्षर किये थे। जिसमें 15 महिला सदस्य थी।     
डा0 सिद्वार्थ शर्मा ने छात्रों को बताया कि संविधान के स्त्रोत, भारत के लोग ही वो शक्ति है जो संविधान को शक्ति प्रदान करते है। उन्होने बताया कि संविधान के प्रारम्भिक पांच शब्द है- संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक, गणराज्य। ये पांच शब्द हमारे संविधान के स्वरूप को इंगित करते है, वही प्रस्तावना के अंतिम पांच शब्द इसके उद्देश्य को दर्शाते है- न्याय, स्वतंत्रता, समता, व्यक्ति की गरिमा, राष्ट्र की अखण्डता, बंधुता। उन्होने आगे बताया कि भारतीय नागरिको को 6 मौलिक अधिकार मिले है- समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरूद्व अधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार, सांस्कृतिक तथा शिक्षा सम्बन्धित अधिकार एवं संवैधानिक उपचारों का अधिकार।        
डा0 योगेश शर्मा ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया तथा छात्रों को बताया कि भारत सरकार द्वारा अधिसूचना जारी कर 19 नवंबर 2015 को ये घोषित किया था कि हर वर्ष 26 नवंबर को देश संविधान दिवस मनायेगा और आज पांचवा संविधान दिवस है। कार्यक्रम का संचालन इं0 शिवानी कौशिक ने किया। कार्यक्रम में धु्रव सिंघल, निकुंज, ईशा अरोरा, हर्ष पाल, आशुतोष धीमान, मानसी शर्मा, आयुषी सिंह, रितिक बालियान, कशिश गुप्ता, निधि ने भारतीय संविधान पर अपने विचार व्यक्त किये। 
इस अवसर पर विजयी छात्रों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये। कार्यक्रम में अंश कुमार, राजन कुमार डा0 आरटीएस पुन्डीर, डा0 वाईके शर्मा, इं0 अभिषेक राय, डा0 नवीन द्विवेदी, डा0 नितिन गुप्ता, इं0 पारूल गुप्ता, इं0 बब्लू कुमार, मुरसलीन रहमान, संगिता अग्रवाल, इं0 विकुल कुमार, इं0 पुनित गोयल, इं0 निलांशु गुप्ता, इं0 रिषभ भारद्वाज, इं0 मोनिका सिंह, इं0 गिरधारी लाल, इं0 सुभम कश्यप, इं आकांशा वत्स, इं0 रिचा तिवारी, राजेन्द्र कुमार, धीरज, आकाश आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

Post a Comment

Previous Post Next Post