पत्रकारों से भेटवार्ता के दौरान विकास कुमार वर्मा ने बताया कि केदारनाथ आपदा के बाद जब उत्तरकाशी में भंडारे की व्यवस्था कठिन हो गई, तब उन्होंने यह सेवा यहां शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि इस शिविर के संचालन में लगने वाला पूरा खर्च उनकी दोनों कंपनियां वहन करती हैं, लेकिन अगर कोई श्रद्धालु या सामाजिक संस्था सहयोग देना चाहे तो उनका भी खुले दिल से स्वागत किया जाता है, क्योंकि कांवड़ियों की सेवा में जितने लोगों की भागीदारी हो, उतना ही उचित रहता है। उन्होंने बताया कि शिविर में प्रतिदिन लगभग 20,000 से 25,000 कांवड़ यात्रियों को जल, फल, भोजन, विश्राम और प्राथमिक सुविधा निःशुल्क दी जा रही है। विकास वर्मा ने बताया कि शिविर के संचालन में निकटवर्ती ग्राम भैंसी के युवाओं और दिल्ली-नोएडा की टीम के 150 से 200 स्वयंसेवक दिन-रात पूरी निष्ठा से सेवा में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि वे स्वयं भी प्रतिदिन दो से तीन घंटे ही सोकर शिवभक्तों की सेवा पूरे मनोयोग से करने की कोशिश कर रहे हैं।
विकास वर्मा ने पत्रकारों को बताया कि कैंप संचालन की मुख्य जिम्मेदारी विशेष रूप से आकाश वर्मा, शिव वर्मा, प्रियांशु गिरी, हर्ष सिंह, प्रशांत वर्मा, सुनील वर्मा, अक्षय चैधरी, बॉबी शर्मा, जय किशन वर्मा, तरुण वर्मा, संजीव कुमार वर्मा, ऋषभ वर्मा, रमेश वर्मा, राजू वर्मा, मोनिका, पूनम, बबली वर्मा, निशा वर्मा, शुभम जैन, अजय वर्मा, मोनू, अश्वनी शर्मा, अविनाश शर्मा, शशिकांत वर्मा, राजन अहलावत, निखिल पाराशर, अखिल आदि के कंधों पर है, जो सेवा भावना के साथ व्यवस्थाओं को सुचारू बनाए रखते हैं। शिविर की पूजा, उद्घाटन एवं धार्मिक गतिविधियों का संचालन राजू शास्त्री करते हैं, जो पूरे आयोजन को आध्यात्मिक गरिमा प्रदान करते हैं।
विकास कुमार वर्मा ने बताया कि शिविर का वातावरण हर हर महादेव के जयघोषों और भक्ति के संगीत से गुंजायमान रहता है। उन्होंने बताया कि जहां भंडारा, जल सेवा, चाय-नाश्ता, फल वितरण और प्राथमिक चिकित्सा सुविधाएँ पूरे दिन और रात चलती रहती हैं। उन्होंने बताया कि नगर पालिका से अपेक्षित सहयोग ना मिलने के कारण सफाई और बिजली की व्यवस्थाओं में बाधाएँ आती हैं, लेकिन विकास वर्मा और उनकी टीम ने जनरेटर व अतिरिक्त सफाईकर्मियों की व्यवस्था कर इन समस्याओं का पूर्णकालिक समाधान कर रखा है। इस अवसर पर शिविर संचालकों ने पत्रकारों को उनके द्वारा मिल रहे सहयोग के चलते सम्मानित भी किया।