शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। श्री राम कॉलेज के सभागार में कृषि विज्ञान एवं गृह विज्ञान विभाग के द्वारा स्वस्थ और स्वच्छ दुग्ध उत्पादों के निर्माण के लिए उन्नत दृष्टिकोण विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार के पहले दिन का शुभारंभ मुख्य अतिथि डा0 सूची मित्तल, संस्थान के चेयरमैन डॉ. एससी कुलश्रेष्ठ, वरिष्ठ वैज्ञानिक केवीके बांगर, अनुराधा वर्मा, श्री राम कॉलेज के निदेशक डॉ. अशोक कुमार, कृषि विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ नईम, गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. श्वेता राठी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
संगोष्ठी के पहले दिन के पहले सत्र में दुग्ध उत्पादों पोस्टर और मौखिक प्रस्तुति पर प्रतियोगिता एवं व्याख्यान प्रस्तुत किए गए। इसमें उत्तर प्रदेश बिहार बंगाल हरियाणा दिल्ली उत्तराखंड राज्यों से 300 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। सेमिनार की मुख्य अतिथि डॉ. सूची मित्तल ने कहा कि मानव जीवन में दूध बहुत उपयोगी है। उन्होंने कहा कि इस से मनुष्य को अनेको लाभ है। उन्होंने कहा कि दुग्ध दिवस का उद्देश्य लोगो को दूध पीने के लिए प्रेरित करना तो है ही, साथ ही दुग्ध उत्पादों के उत्पादन को बढ़ावा देकर डेयरी उत्पादों और उनके क्षेत्रो को मजबूत करना भी है। डॉ. शशांक कुमार ने बताया कि आजकल दूध में बहुत बड़ी मात्रा में मिलावट की जा रही है, जिससे मानव जीवन बहुत अधिक प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस संगोष्ठी का उद्देश्य दूध में मिलावट और उनकी पहचान करने संबंधित तकनीकों के बारे में जन जागरूकता फैलाना भी है।श्री राम कॉलेज की प्राचार्य डॉ. प्रेरणा मित्तल दुग्ध उत्पादों की जांच टीम में थी। उन्होंने बच्चों द्वारा बना कर लाए गए उत्पादों की तारीफ की और बच्चों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि कैसे हम इन प्रोडक्ट्स के माध्यम से अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकते हैं। डॉ. एससी कुलश्रेष्ठ ने कहा कि दूध अपने आप मे एक संपूर्ण आहार है।उन्होंने कहा कि यह मनुष्य के जीवन में एक अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने दूध मे मिलावट की समस्या को गंभीर बताते हुए कहा कि बढ़ती हुई जनसंख्या के लिए दूध मांग पूरी करना बहुत मुश्किल है, इसीलिए दूध में मिलावट की जा रही है। कार्यक्रम में डा0 एससी कुलश्रेष्ठ ने मुख्य अतिथि डा0 सूची मित्तल को व संस्थान के निदेशक अशोक कुमार ने शशांक कुमार को मोमेंटो भेंट किया।
इस अवसर पर सेमिनार में डॉ. श्वेता राठी, डॉ. विक्रांत कुमार, डॉ. जितेंद्र कुमार, डॉ. अर्चना नेगी, डॉ. अंजली, राजकुमार, मुकुल मोतल, सूरज सिंह, आबिद अहमद, सचिन कुमार, रूबी पोसवाल, ईशा अरोरा, अलीना सिद्दकी, सोफिया असारी, काजल मावी, पायल पुंडीर, आयशा गौर आदि मौजूद रहे।