शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। जनपद दवाइयों की आड़ में अवैध नशे का कारोबार भी तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन विभागीय अफसर जानकारी देने के बावजूद भी आंखें मूंद कर बैठे हैं।
मुजफ्फरनगर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के संरक्षक डाॅ.आरके गुप्ता ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल, केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान व जिलाधिकारी को एक खुला पत्र लिखकर अवगत कराया है कि जनपद में अवैध नशे का कारोबार तेजी से बड़ रहा है, जिससे युवा पीढ़ी बर्बादी की ओर बढ़ रही है। डाॅ.आरके गुप्ता ने जनपद के औषधि निरीक्षक पवन साक्या पर ड्रग्स माफियाओं से मिली भगत निष्क्रिय होने का आरोप लगाया है। डाॅ. गुप्ता ने बताया कि मेरे द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे पत्र से बोखलाए कुछ लोगों जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर उन्हें गुमराह करने का प्रयास किया है। उन्होंने जिलाधिकारी को बताया है कि शिकायतकर्ता के द्वारा की गई शिकायत निराधार है और उनके पास खुद ड्रग्स का लाइसेंस नहीं है।
उक्त के सन्दर्भ में डाॅ.आरके गुप्ता ने कहा है कि मैं सभी को खुला चैलेंज देता हुं और मांग करता हुं कि राज्य स्तर की टीम से पहले मेरी जांच कराई जाए, उसके बाद जो लोग जिलाधिकारी को गुमराह करते हुए ज्ञापन देने गए थे, उनकी भी पिछले 7 वर्षो की फैंसीड्रिल और स्पास्मो प्रॉक्सीवोंन कैप्सूल की सेल-परचेज की जांच की जाये। उन्होंने कहा है कि इसके साथ ही इस बात की भी जांच हो जानी चाहिए कि इनकी दुकानें मानकों के अनुरूप हैं, या नहीं। डाॅ. गुप्ता ने इनकम टैक्स और जीएसटी विभाग से भी मांग की है कि वे भी एक बार अपने सेल-परचेज के अकाउंट मिला लें, जिससे दूध का दूध पानी का पानी हो सके। उन्होंने बताया कि जनपद के कई सामाजिक संस्थाओं ने भी नशे के विरूद्ध लड़ाई को जारी रखने का अनुरोध करते हुए इसमें तन, मन और धन से यथा सम्भव सहयोग का आश्वासन दिया है।