डॉ. अ. कीर्तिवर्धन, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
मेष- लक्ष्मण
तुल- राम व रावण
कुम्भ- सीता
मीन- दशरथ
कर्क- हनुमान
मेष- अंगद
राम ने रावण मारकर,
स्थापित रामराज किया,
राम मर्यादा रूप हैं,
सीता को भी बिसरा दिया।
लक्ष्मण सदा संग में रहे,
बन सेवक का पर्याय,
हनुमान ने औषधि ला,
लक्ष्मण को बचा दिया।
दशरथ बहुत विचलित हुए,
सुन कैकेयी की बात,
राम बिछुड़ने मात्र से,
दशरथ प्राण गँवाये दिया।
अंगद कुटनीतिज्ञ बहुत,
रावण को ललकार दिया,
रावण पैरों में झुका,
राम संदेश सुनाये दिया।
विद्यालक्ष्मी निकेतन, 53-महालक्ष्मी एन्क्लेव, मुज़फ्फरनगर उत्तर प्रदेश