कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र कुमार ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा में शिक्षण के साथ साथ अन्य विद्यालयी कार्यों के आयोजन आदि का स्वरूप बहुत त्वरित गति से परिवर्तित हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता सभी प्रधानाचार्यों को अपने कौशल व ज्ञान को नवीकरण और अद्यतन करने के निजी दायित्व को निभाने की है। उन्होंने कहा कि यदि प्रधानाचार्य अपने आपको अपडेट नही करेंगे, तो वे शासन की योजनाओं के साथ तालमेल नही बैठा पाएंगे। उन्होंने कहा कि लगभग प्रतिदिन ही विभिन्न सूचनाएं प्रत्येक विद्यालय को विभाग को ऑनलाइन माध्यम से ही प्रेषित करनी होती है। उन्होंने कहा कि विभाग के सभी निर्देश स्पष्ट व सहज रूप में सभी विद्यालयों तक पहुचं सके और विद्यालयों की स्पष्ट सूचना निर्धारित समय सीमा में शासन तक जा सके, इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रत्येक ब्लॉक के लिए नोडल व सुपर नोडल अधिकारी नामित किये गये हैं।
प्रधानाचार्य कंचनप्रभा शुक्ला ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यशाला में सुपर नोडल अधिकारी बृजेश कुमार, ललित मोहन गुप्ता, विनय यादव, डॉ. विकास कुमार, नोडल अधिकारी प्रधानाचार्य सोहन पाल सिंह, सुनील शर्मा, सुचित्रा सैनी, ममता रानी, विपिन त्यागी, रजित कुमार व प्रवेन्द्र दहिया आदि का सराहनीय योगदान रहा। इस अवसर पर प्रधानाचार्य कंचन प्रभा शुक्ला, प्रधानाचार्य विनीत कुमार, जितेन्द्र कुमार, विजय कुमार शर्मा, सोहन पाल, सुनील शर्मा आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहें।