शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 दिनेश कुमार ने बताया कि जनपद में एलएसडी बीमारी से ग्रसित 220 नये पशु चिन्हित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व से ग्रसित पशुओं में से 4093 पशु स्वस्थ हो गये हैं। उन्होंने बताया कि यह बीमारी एक संक्रामक रोग विषाणुजनित बीमारी है।उन्होंने बताया कि अधिकांशतः यह बीमारी गोवंशीय पशुओं में पायी जाती है। उन्होंने बताया कि एलएसडी रोग का संचारण, फैलाव व प्रसार पशुओं में मक्खी, चीचडी एवं मच्छरों के काटने से होता है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से प्रभावित पशुओं को बुखार होना, पूरे शरीर में जगह-जगह नोड्यूल (गांठों) का उभरा हुआ दिखाई देना है। उन्होंने कहा कि बीमारी से ग्रसित पशुओं में मृत्यु दर अनुमानित 1 से 5 प्रतिशत है।
प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि एलएसडी बीमारी से प्रभावित ग्रामों को छोड़कर आज 16 ग्रामों के पशुओं में एलएसडी बीमारी को रोकने के लिए जनपद में अब तक कुल 195700 पशुओं में गोट पाक्स वैक्सीन का टीकाकरण किया गया है।