गन्ना किसान संस्थान के तत्वाधान में गन्ना किसान गोष्ठी आयोजित, गन्ना किसानों को दी नई तकनीक की जानकारी
शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह के निर्देश पर गन्ना विकास परिषद मोरना क्षेत्र के ग्राम बिलायतनगर में गन्ना किसान संस्थान के तत्वाधान में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें गन्ना शोध केन्द्र के संयुक्त निदेशक डॉ. वीरेश सिंह ने किसानों को गन्ना उत्पादन के वैज्ञानिक और नवीनतम तकनीकों पर विस्तार से चर्चा की।
किसान गोष्ठी में डॉ. अवधेश डांगर ने गन्ने में लगने वाले विभिन्न कीट व रोगों की पहचान तथा रोकथाम के उपायों के बारे में बताया। जिला गन्ना अधिकारी डॉ. आरडी द्विवेदी ने किसानों को बताया कि आगामी पेराई सत्र हेतु जारी गन्ने के सट्टे एवं आपूर्ति की नीति में भूमि के क्रय-विक्रय प्रकरणों में बेसिक कोटा भी नियमानुसार हस्तांतरणीय होगा। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार पेराई सत्र में यदि कोई किसान मृतक हो जाता है तो उसका सट्टा बंद नहीं होगा। उन्होंने बताया कि ट्रेंच विधि से बुवाई, सहफसली खेती एवं ड्रिप सिंचाई का प्रयोग एक ही खेत पर शुरू करने वाले चयनित उत्तम गन्ना कृषको से उपज बढ़ोतरी के प्रार्थना- पत्र निःशुल्क प्राप्त किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि ड्रिप पद्धति से सिंचाई करने वाले किसानों को उपज बढ़ोतरी में प्राथमिकता दी गयी है।
इस अवसर पर प्रभारी ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक जगदीश प्रसाद दिवाकर ने किसानों को ऑनलाइन घोषणापत्र भरने, गन्ने की नई किस्मों यथा COS 13235, COLK14201 व  Co15023 तथा विभाग की महिला स्वयं सहायता समूहों के बारे में जानकारी दी। गोष्ठी में चीनी मिल के मुख्य गन्ना अधिकारी अंकित कुमार ने किसानों को चीनी मिल द्वारा दी जा रही सुविधाओं से अवगत कराया। गन्ना समिति के प्रभारी सचिव सुभाष यादव ने किसानों को विभागीय ईआरपी व्यवस्था तथा गन्ना आपूर्ति व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। गोष्ठी का संचालन प्रशिक्षक रामबरन सिंह ने किया। इस मौके पर विभागीय गन्ना पर्यवेक्षक नरेश कुमार सहित काफी संख्या में किसान उपस्थित रहे।
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