डा.मिली भाटिया आर्टिस्ट की नारी अंतर्मन पर छठवीं पेंटिंग में दुल्हन की मनोदशा प्रदर्शित करने की कोशिश


शि.वा.ब्यूरो, रावतभाटा (राजस्थान)। डॉक्टर मिली भाटिया आर्टिस्ट बताती हैं कि नारी अंतर्मन की 7 पेंटिंग में से मेरी छठवीं पेंटिंग में मैंने एक दुल्हन बनाई है, जिसमे मैंने डार्क कलरस व ब्राइट कलरस का इस्तेमाल इसलिए किया है कि पेंटिंग एक दुल्हन की है। दुल्हन प्रायः पूरी तरह से सजी-सँवरी रहती है, इसलिए पेंटिंग में मैंने चटक रंगो का ज्यादा यूज किया है। पेंटिंग में मैंने दुल्हन के अंतर्मन की पीड़ा को दो फूलों के माध्यम से प्रदर्शित करने का प्रयास किया है। पेंटिंग में दुल्हन एक हाथ में लोटस का फ्लावर और एक रोज का फ्लावर है, जिसके माध्यम से ये अपनी लाइफ को दो तरह से कम्पेयर कर रही है। दुल्हन के अंतर्मन में तरह-तरह के विचार चल रहे हैं। पेंटिंग में पूरा बैकग्राउंड मैरिज का दिया है, जो बता रहा है लोटस के पत्ते की तरह वह अपनी लाइफ के बारे में सोच रही है कि इसकी लाइफ बहुत ब्यूटीफूल होगी। इस रोज की डंडी में जो काँटे दर्शाये गये हैं, वे इस बात का प्रतीक हैं कि इसको डर भी लग रहा है कि न जाने ससुराल में लोग कैसे होंगे और वह अपनी लाइफ में कैसे एडजेस्ट करेगी। 
यह पेंटिंग सीरीज मैंने वर्ष 2008 में एमए की शिक्षा प्राप्त करने के दौरान बनायी थी। इसे प्रदर्शनी में स्थान मिला था और इस पेंटिंग को काफी सराहा भी गया था। ये पेंटिंग ईटीवी राजस्थान के लाइफस्टाइल प्रोग्राम के तहत आयोजित मेरे नारी अंतर्मन शो की सबसे प्रिय पेंटिंग थी।