डॉ. राजेश कुमार शर्मा"पुरोहित", शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
भाई मेरे सरहद से जल्दी आ जाना
बहना की राखी को कलाई पर बंधवा जाना
कुमकुम अक्षत रोली चन्दन भैया मैं लगाऊंगी
थाल सजाकर भैया मेरे आरती खूब उतारूंगी
उठा तिरंगे को जय हिन्द बोलते आ जाना
भाई मेरे...
बहना........
कच्चे धागों का ये बन्धन , भैय्या याद रख लेना.
रक्षा का वचन दिया तुमने वह आज निभा देना
बैरी को धूल चटा भैय्या घर जल्दी आ जाना
भाई....
बहना.....
हिंदुस्तान है प्यारा दिलोदिमाग में रखना
जय हिन्द के नारे को सदा ही बोलते रहना
तिरंगे को सलामी दे भैय्या लौट घर आना
भाई....
बहना...
भवानीमंडी, राजस्थान
Tags
poem