शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। डा0 तारिणी तनेजा की सामाजिक कार्यो मे एक और कडी जोडते हुऐ विश्व प्रर्यावरण दिवस पर आज वृक्षारोपण का कार्य एटूजेड कालोनी में आर्य एकेडेमिक इंटरनेशनल स्कूल में किया गया। इस अवसर पर डा0 तारिणी तनेजा ने बताया कि वतावरण आटो मोबाईल की धुआ तथा निर्माण तथा गाडियो के चलने के फलस्वरूप फेफडे प्रभावित होते है। वायु प्रदूषण से कोरोना का खतरा बढ सकता है। ध्वनि प्रदूषण से बहरापन तथा र्कोटिसोल हार्मोन का स्राव होने के कारण ब्लड प्रेशर तथा मधुमेह की बीमारी हो सकती है या बढ सकती है।
डा0 तारिणी तनेजा ने बताया कि जल के प्रदूषण से पेट जनित रोग में वृद्धि होती है। वायु प्रदूषण का प्रभाव न सिर्फ श्वसन सम्बन्धी बीमारी अपितु प्रजनन प्रणाली पर इन प्रदूषको का नकारात्मक प्रभाव पुरूषो में कम शुक्राणु की गुणवत्ता एवं महिलाओ में एन्टीमूलरीयन हार्मोन स्तर में बदलावा आता है। यह एक तरह का प्रोटीन होता है, जो कि अण्डाशय की कोशिकाओ द्वारा उत्पादित होता है। उन्होंने बताया कि अमेरिका में प्रकाशित शोध भी इस तर्क की पुष्टि करता है। अतः बेहतर कल के लिए बेहतर वातावरण अति आवश्यक है। बेहतर वातावरण के लिए वृक्षारोपण अति आवश्यक है। प्रंत्येक मनुष्य अगर अपने जीवनकाल में मात्र 10 नये वृक्ष लगाऐ तो आने वाली कई पीढियो के लिए अच्छे पर्यावरण मे अपना योगदान दे सकता है। यदि हवा पानी तथा खादय शुद्ध है तो तन मन स्वतः शान्त एवं निरोग हो जाता है।
डा0 तारिणी ने बताया कि पर्यावरण का संरक्षण कर हम गर्भाधान की शक्ति बढाने के साथ-साथ डिमेन्शिया, बच्चों मे अच्छी याददाश्त भी प्राप्त कर सकते है। अतः आज का दिन पूरे विश्व मे वातावरण को शुद्ध करके मनाया जाना चाहिऐ। जिस के लिए वृक्षारोपण सर्वोश्रेष्ठ है। इस कार्य के संचालन मे डा0 एमके तनेजा, संजीव शकंर, एडवोकेट सुघोष आर्य, सोनिका आर्य एवं राजेश शर्मा का सराहनीय योगदान रहा ।