उमा ठाकुर, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
वैश्विक संकट के दौर में पूरे भारत वर्ष में लॉक डॉउन है जो कोरोना जैसी महामारी को हराने के लिए बहुत आवश्यक है। बहुत से कोरोना योद्घा अपने जीवन की परवाह किए बिना रात दिन काम कर रहे हैं। डॉक्टर,पेरामेडिकल स्टाफ, पुलिस कर्मी,सफाई कर्मी,बैंक कर्मी,मीडिया कर्मी,आपदा विभाग,जल विभाग,ट्रेज़री विभाग,प्रशासनिक सेवाओं से जुड़े लोग अपने अपने स्तर पर सेवाएं दे रहे हैं ताकि हम घर पर सुरक्षित रह सके। कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए जहाँ डॉक्टर,पेरामेडिकल स्टाफ, पुलिस कर्मी, सफाई कर्मी फ्रंट वॉरियर की के तौर पर दिन रात सेवाएं दे रहे हैं वहीं हिमाचल प्रदेश कोष लेखा एवं लॉटरीज विभाग के अधिकारी व कर्मचारी वर्ग की भूमिका भी सराहनीय है। हिमाचल प्रदेश कोष लेखा एवं लॉटरी विभाग ज़रूरी सेवा यानि essential services की श्रेणी में आता है तथा कोष अधिकारी व कर्मचारी लॉक डाउन /कर्फ्यू के दौरान भी पूरे प्रदेश में कोरोना वॉरियर के रूप में अपनी सेवाएं नियमित रूप से दे रहे हैं।
वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में करीब 15 ज़िला कोष, 87 उपकोष और 144217 पैनशनर, 203438 सरकारी कर्मचारी हैं । पैंशनर को मासिक पैंशन और कर्मचारियों को मासिक वेतन व अन्य सरकारी लेन देन समय पर हो, यह सुनिश्चित करने के लिए कोष कर्मचारी लॉक डाउन /कर्फ्यू के दौरान भी पूरे प्रदेश में कोरोना वॉरियर के रूप में अपनी सेवाएं नियमित रूप से दे रहे हैं। प्रदेश के सभी कार्यालयों को सेनाटाइज़ करना व कर्मचारियों को ऑफिस आने जाने के लिए गाड़ी की सुविधा प्रदान करना समय की सबसे बड़ी मांग है । सरकार को इस दिशा में समय रहते ज़रूरी कदम उठाने होगें ताकि हज़ारों कोरोना योद्धाओं की किमती जिंदगी को कोविड -19 के संक्रमण से बचाया जा सके । उम्मीद यही कि देश भक्ति का यह ज़जबा हमेशा बना रहेगा और हम सब मिलकर मां भारती को जल्द ही कोरोना दानवदल से मुक्त कर देगें।
शिमला, हिमाचल प्रदेश