हेलिकाॅप्टर से लटक कर तृप्ति देसाई करना चाहती थीं शनिदेव की पूजा (शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र के वर्ष 12, अंक संख्या-28, 7 फरवरी 2016 में प्रकाशित लेख का पुनः प्रकाशन)


भले ही शनि शिंगणापुर मंदिर का विवाद फिलहाल थम गया है। मंदिर में अभी भी भारी पुलिस बल तैनात है। तृप्ति देसाई ने चेतावनी दी थी कि अगर उन्हें रोकने का प्रयास किया गया तो हेलिकाॅप्टर से लटक कर शनि मंदिर में पूजा करेंगी। मंदिर के आसपास धारा 144 लगाई गई है। यहां महिलाओं के एक जगह जमा होने पर रोक है।
पुणे की रहने वाली तृप्ति देसाई पिछले कई सालों से महिलाओं के हितों के लिए काम कर रही हैं। इसके लिए उन्होंने भूमाता ब्रिगेड नाम की संस्था भी शुरू की है। सिर्फ पुणे में ही नहीं संस्था की शाखा अहमदनगर, नासिक और शोलापुर में भी है। वर्तमान समय में इस संस्था से 5000 से ज्यादा महिलाएं जुड़ी हुई हैं। इससे पहले वह अन्ना हजारे के संगठन इंडिया अगेंस्ट करप्शन से जुड़ी रही हैं। तृप्ति ने मुंबई के एसएनडीटी यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है।
मंदिर में शनि महाराज की शिला खुले में रखी गई है। वहां दूर से दर्शन होते हैं। चबूतरे के पास तक सिर्फ पुरुष जा सकते हैं। मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि पिछले 400 साल से किसी महिला को तेल चढ़ाने या अंदर जाकर पूजन करने की इजाजत नहीं दी गई है।