शि.वा.ब्यूरो, गोरखपुर। प्राथमिक शिक्षक और बीएसए कार्यालय के कर्मचारी आमने-सामने हैं। दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। दोनों एक दूसरे को आरोपित कर रहे हैं। शिक्षकों ने जहां बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया तो कर्मचारियों ने काम ठप कर धरना दिया। शिक्षकों का कहना है कि भ्रष्टाचार का खुलासा करने पर कर्मचारी उनके खिलाफ हो गए हैं। वहीं कर्मचारियों का कहना है कि शिक्षकों ने उनके साथ मारपीट और अभद्रता की। इसके बाद बेवजह दबाव बना रहे हें।
शिक्षक संघ-छात्रसंघ संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर भारतेंदु यादव और नीरज शाही के नेतृत्व में शिक्षकों ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के गेट पर यज्ञ किया। इस दौरान शिक्षकों ने कहा कि बीएसए कार्यालय में भ्रष्टाचार का खुला खेल चल रहा है। साजिश के तहत विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष तारकेश्वर शाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित की जाए, अन्यथा मोर्चा सड़क पर उतरकर आंदोलन के लिए बाध्य होगा। इस मौके पर बंधु उपेंद्र सिंह, शीतल पांडेय, रतन पाल सिंह, विश्व विजय सिंह, विजय नारायण सिंह, सत्यपाल पाल, कमलेश त्रिपाठी, संजय शर्मा, रमेश मणि त्रिपाठी और त्रिपुरारी दूबे आदि मौजूद थे।
दूसरी तरफ राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के आह्वान पर बीएसए कार्यालय में कर्मचारियों ने दिनभर कार्य नहीं किया। इस दौरान वे कार्यालय में ही धरना पर बैठे रहे। वे आरोपी शिक्षकों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। संयुक्त परिषद के अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव और महामंत्री अश्विनी कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि दो बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। यदि उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई तो संगठन जिलाधिकारी से संपर्क कर से आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएगा। इस मौके पर यूपी एजुकेशनल मिनिस्ट्रीयल आफिसर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष शिवचरण यादव, मंत्री प्रमोद कुमार आदि कर्मचारी मौजूद थे।
बीएसए की बुद्धि शुद्धि को शिक्षकों ने किया यज्ञ (शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र के वर्ष 12, अंक संख्या-28, 7 फरवरी 2016 में प्रकाशित लेख का पुनः प्रकाशन)