श्रीराम काॅलेज ऑफ इंजीनियरिंग में “ई-यंत्रा“ विषय पर एकदिवसीय तकनीकी कार्यशाला आयोजित


शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। श्रीराम काॅलेज ऑफ इंजीनियरिंग में “ई-यंत्रा“ विषय पर एकदिवसीय तकनीकी कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें इंजीनियरिंग के प्रवक्ताओं को महाविद्यालय में रोबोटिक्स मैकेनिज्म एवं रोबोटिक्स प्रयोगशाला को स्थापित करने और उसके संचालन एवं प्रभावी बनाने के तरीकों पर चर्चा की गई। कार्यशाला के मुख्य वक्ता ई0 देवेश मलिक रहे।
कार्यशाला के संबंध में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष ई0 आलोक गुप्ता ने बताया कि “ई-यंत्रा“, आईआईटी बोम्बे का प्रोजेक्ट है, जिसके बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए अलग-अलग शहरों में कार्यशाला का संचालन किया जा चुका है। इसी संदर्भ में आईआईटी बोम्बे ने 30 और 31 अगस्त में एमआईटी मुरादाबाद में भी दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया था। जिसमें श्रीराम काॅलेज ऑफ इंजीनियरिंग के प्रवक्तागण ई0 मनीष कुमार, ई0 तुषार शर्मा, ई0 अश्वनी कुमार और ई0 देवेश मलिक ने प्रतिभाग किया।



कार्यशाला में ज्ञान अर्जित करके प्रवक्ताओं ने आज सभी अध्यापकगण व श्रीराम ग्रुप ऑफ काॅलेजेज के चेयरमैन डाॅ0 एससी कुलश्रेष्ठ के सामने रोबोटिक्स प्रयोगशाला को स्थापित करने और उसके संचालन एवं लैब को प्रभावी बनाने के तरीकों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने बताया कि “ई-यंत्रा“ एक ऐसा प्रोजेक्ट है जिसका उद्देश्य इंजीनियरिंग कर रहे विद्यार्थियों को रोबोटिक्स का तकनीकी ज्ञान देकर विद्यार्थियों को दैनिक जीवन में आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए तैयार कर तकनीकी कौशल का विकास करना है। इस तकनीक को सीखकर विद्यार्थी रोबोटिक्स के क्षेत्र में एक नया आयाम स्थापित कर सकते है जिससे सभी विद्यार्थियों के तकनीकी कौशल का विकास होता है। साथ ही इस कार्यशाला के माध्यम से विद्यार्थियों के लिए नौकरी पाने के अवसर बढ़ जाते हैं।



इस अवसर पर डा0 एससी कुलश्रेष्ठ ने कहा कि आज का युग रोबोटिक्स का युग है। वर्तमान समय में कोई भी क्षेत्र रोबोटिक्स की तकनीकी से अछूता नहीं रहा है। महाविद्यालय में रोबोटिक्स लैब की स्थापना का प्रत्यक्ष लाभ विद्यार्थियों को मिलेगा। इसके माध्यम से विद्यार्थी रोबोटिक्स तकनीकी का विस्तारपूर्वक ज्ञान अर्जित कर सकेंगे, जिससे उनको नौकरियों के बहुत अवसर तो प्राप्त होंगे ही साथ ही वो इसी क्षेत्र में अपना व्यवसाय स्थापित करने में भी सक्षम होंगे।
कार्यशाला के अन्त मे इंजीनियरिंग के सभी विभागाध्यक्षों ने महाविद्यालय में रोबोटिक्स लैब स्थापित करने के विचार की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाओं से श्रीराम इंजीनियरिंग काॅलेज के विद्यार्थियों के तकनीकी ज्ञान में निश्चित रूप से वृद्धि होगी। अतः श्रीराम इंजीनियरिंग काॅलेज ऐसे कार्यक्रमो को कराने के लिए सदैव तत्पर रहेगा।
कार्यक्रम में निशांत राठी, नीतू सिंह, डा0 आलोक गुप्ता, ई0 साक्षी श्रीवास्तव, ई0 रोहिताश सिहं, ई0 अर्जुन सिंह, ई0 पवन गोयल, डा0 मोहित शर्मा, डा0 विकास अग्रवाल और डा0 सुभाष यादव आदि प्रवक्ता मौजूद रहे। 


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