प्रस्तुति-शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र
हे कुर्मी! इस दुनिया में, तेरे नाम अनेकों पाते हैं।
कहाँ-कहाँ तुम किन नामों से, आओ हम बतलाते हैं।।
दिल्ली, यू.पी., हरियाणा में, पटेल, गंगवार कहे जाते हैं।
राजस्थान में आंजणां, गुर्जर-पाटीदार लिखे जाते हैं।।
पाटिल और पंवार भोसले, साठे कुनवी कहलाते हैं।
देशमुख और सिंह मराठा, महाराष्ट्र में कहलाते हैं।।
लेवा, कड़वा और पटेली, गुजरात की शान बढ़ाते हैं।
कोली, पाल, गोद, यादू, पंकार, चाव्हाण सितारे हैं।।
पाटीदार गौर सिगरौर, बड़े प्यारे हैं पटेल।
मनवा, बघेल, चन्द्रनाडू, चन्द्रकार, एम.पी वाले हैं।।
- महतो महंता, उस बंगाल की शान बढ़ाते हैं।
होल्कर इन्दौर के, और गायकवाड़ बड़ौदा में।।
देसाई किल्लापारडी के, देवास के राजा चर्चा में।
छत्रपति शाहू जी हम कोहलापुर की बगिया में।।
छत्रपति को वीर शिवाजी, गाया जाता दुनिया में।
नायक और राय पटनायक, कहे उड़ीसा जाते हैं।।
कापू और वल्लाल क्थेवर, तमिलनाडू में हम रहते हैं।
रेड्डी, राव, नायडू, भाइयो आन्ध्रा में हमको कहते हैं।।
वर्मा और कटियार चौधरी, जायसवार परिचय देते।
उत्तम और सचान निरन्जन, नाम कन्नौजिया हम लेते
कर्नाटक में वकालिंगा कह, ब्रहमपाल बुलाते हैं।
हे कुर्मी! इस दुनिया में, तेरे नाम अनेकों पाते हैं।।