दीपों का बलिदान याद हो


 

(डॉ. अवधेश कुमार "अवध"), शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।

 

जब  मन में अज्ञान भरा हो,

अंधकार अभिमान भरा हो,

मानव  से  मानव  डरता हो,

दिवा  स्वप्न  देखा करता हो,

गलत राह मन को भाती हो,

मानवता   खुद   शर्माती हो,

         धर्म कर्म अभियान याद हो ।

         दीपों  का बलिदान याद हो ।।

 

सबके घर में उजियारा हो,

सर्वे  सुखिन: का नारा हो,

जीने का अधिकार मिला हो,

सदाबहारी फूल खिला हो,

हर मुख के पास निवाला हो,

पढ़ने को बेहतर शाला हो,

          भारत का गुणगान याद हो ।

          दीपों  का बलिदान याद हो ।।

 

पूर्वज की दिल में गाथा हो,

शर्म - शील उन्नत माथा हो,

उड़ने की चाहत मन में  हो,

सारा  भूमंडल परिजन हो,

नशा मुक्त मानव समाज हो,

नवल नवोदित सा सुराज हो,

         न्यायोचित बुनियाद याद हो ।

         दीपों  का बलिदान याद हो ।।

 


इंजीनियर प्लांट, मैक्स सीमेंट

चौथी मंजिल, एल बी प्लाजा,

जी एस रोड, भंगागढ़, गुवाहाटी

आसाम - 781005


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