सुरेंद्र सिंघल, सहारनपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्किट हाउस सभागार में विकास कार्यों एवं कानून व्यवस्था के संबंध में मण्डलीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। मण्डलायुक्त अटल कुमार राय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। विकास कार्यों एवं कानून व्यवस्था की मण्डलीय समीक्षा बैठक में जनपद मुजफ्फरनगर एवं शामली के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से जुडे। मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक से पूर्व सहारनपुर मण्डल के सांसद, विधायक एवं सदस्य विधान परिषद के साथ लोक निर्माण विभाग, पर्यटन एवं नगर विकास विभाग की बैठक की। बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों से विधानसभावार तीनों विभागों के कार्यों के प्रगति की जानकारी ली गयी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों से प्राथमिकता निर्धारित करते हुए कार्यों पर यथाशीघ्र कार्यवाही करें। रोड़ कनेक्टिविटी के कार्यों पर लापरवाही न की जाए। उन्होंने कहा कि शिलापट्टों पर जनप्रतिनिधियों के नामों को अंकित किया जाए तथा लोकार्पण एवं शिलान्यास के समय इनको आमंत्रित किया जाए। मण्डलायुक्त अटल कुमार राय ने एलईडी के माध्यम से मुख्यमंत्री को स्वास्थ्य, ऊर्जा, खाद्य एवं रसद, ग्राम्य विकास, नगर विकास, पंचायत राज, बेसिक शिक्षा, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति, पशुपालन, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम, वन, सिंचाई एवं जल संसाधन, कृषि, राजस्व एवं नियोजन सहित जनपदों में किए जा रहे नवाचार के संबंध में बताया। मुख्यमंत्री ने शासन के विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों की प्रपत्रवार समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि मनरेगा के अन्तर्गत कार्य करने वाले श्रमिकों को श्रमांश का भुगतान समय से किया जाए। उन्होंने कहा कि सामुदायिक शौचालयों पर लगी महिला केयरटेकरों को प्रत्येक माह भुगतान किया जाए और समय-समय पर इसका सत्यापन भी किया जाए। उन्होंने कहा कि जर्जर हो चुके विद्यालयों के बच्चों को दूसरे विद्यालयों में शिफ्ट कराया जाए और विद्यालयों के मरम्मत कार्य शीघ्र पूर्ण कराये। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की विद्यालयों में समय से उपस्थिति सुनिश्चित कराये तथा उपस्थिति का रेण्डमली सत्यापन भी किया जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जलजीवन मिशन के अन्तर्गत पाईपलाईन डालने हेतु काटी गयी सड़कों के रिस्टोरेशन न होने की शिकायते काफी मिल रही है। उन्होंने कहा कि काटी गयी सड़कों को कार्य उपरांत मोटरेबल स्थिति में किया जाए और वाटर सप्लाई टेस्टिंग के उपरांत काटी गयी सड़क को पूर्णतः पहले की स्थिति में लाया जाए। उन्होंने जिलाधिकारियों को समय-समय पर निरीक्षण करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि आवश्यक कार्यों के लिए धनराशि का डिमाण्ड पत्र भेजा जाए। उन्होंने कहा कि गौशालाओं पर निराश्रित गोवंश हेतु हरा चारा की उपलब्धता रखी जाए। उन्होंने लम्पी बीमारी होने से पूर्व ही अलर्ट रहने के निर्देश दिए, जिससे कोई भी पशुहानि न हो पाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यमी विकास अभियान के अन्तर्गत मण्डल की प्रगति बढाई जाए। उन्होंने कहा कि उर्वरकों की ब्लैक मार्केटिंग न होने दी जाए तथा रकबे के हिसाब से सभी को उर्वरक उपलब्ध हो इस बात का ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि आईजीआरएस, मुख्यमंत्री हेल्पलाईन व जनसुनवाई में मण्डल की प्रगति पर समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि समस्त प्रकार के संदर्भों का गुणवत्ता के साथ समयान्तर्गत निस्तारण कराया जाए। उन्होंने कहा कि आवेदनकर्ता से दूरभाष पर वार्ता कर निस्तारण की गुणवत्ता का सत्यापन भी किया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक शिकायतकर्ता संतुष्ट नही होता है तब तक निस्तारण अच्छा नहीं माना जाता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक अधिकारी जन सुनवाई हेतु समय निर्धारित कर कार्यालय में उपस्थित रहे और आमजनता की सुनवाई कर समस्या का समाधान कराये। उन्होंने कहा कि गरीब जनता को छोटी-छोटी समस्याएं लेकर प्रदेश मुख्यालय आने को विवश न होना पड़े।
उन्होंने राजस्व विभाग के कार्यक्रमों की समीक्षा कर निर्देश दिये गये कि धारा-23, 34, 80 आदि के अन्तर्गत लम्बित वादों का मेरिट आधार पर तत्काल निस्तारण कराया जाए। उन्होंने कहा कि पैमाईश संबंधी कार्यों को भी प्राथमिकता से करें ताकि विवाद की स्थिति न पैदा हो। उन्होने माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय की हैण्डओवर प्रक्रिया को यथाशीघ्र करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी निर्माणाधीन परियोजनाओं के कार्य समय से पूर्ण किये जाए। इस हेतु नोडल अधिकारियों को नामित किया जाए। उन्होंने कहा कि कार्यों की साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक रूप में समीक्षा की जाए। शासकीय सुविधाओं को बेहतर किया जाए।