शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। मॉ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय द्वारा घोषित बीएससी कृषि विज्ञान अष्टम सेमेस्टर के परीक्षाफल में शत-प्रतिशत अंक प्राप्त कर महाविद्यालय का नाम रोशन किया, जिससे शिक्षकों और छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गई है। बीएससी कृषि विज्ञान अष्टम सेमेस्टर के परीक्षाफल में इन्द्रभूषण कुमार ने 9.03 सीजीपीए प्राप्त कर प्रथम स्थान पूजा कुमारी ने 9.00 सीजीपीए प्राप्त कर द्वितीय स्थान वही प्रियंका कुमारी ने 8.87 सीजीपीए प्राप्त कर तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इस अवसर पर श्री राम कॉलेज की प्राचार्य डॉ. प्रेरणा मित्तल, श्री राम कॉलेज के निदेशक डॉ अशोक कुमार, विभागाध्यक्ष डॉ नईम राजपूत सहित डॉ अंजली जाखड़, आबिद,सूरज, राजकुमार, डॉ परवीन मलिक, डॉ रिया जखवाल, डॉ रत्ना किरण वानखेडे, डॉ संतोष, डॉ प्रदीप, डॉ उमरा रहमानी ने सभी सफल छात्रों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। तथा यह भी बताया की यह परिणाम छात्रों की मेहनत, शिक्षकों के समर्पण और हमारे शैक्षणिक वातावरण की गुणवत्ता का प्रमाण है। हमारा उद्देश्य केवल परीक्षा पास कराना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों को समग्र रूप से विकसित करना है ताकि वे छात्र छात्राएँ कृषि क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर सकें। उन्होंने विद्यार्थियोें के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुये बताया कि ये सभी छात्र-छात्राएँ भविष्य में समाज व देश के लिए उदाहरण प्रस्तुत करेंगे,एवं महाविद्यालय में प्रयोगशालाओं, फील्ड वर्क, सेमिनार, और कार्यशालाओं के जरिए विद्यार्थियों को आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी दी जाती है, जो भविष्य में उन्हें कुशल कृषि वैज्ञानिक, उद्यमी या कृषि अधिकारी बनने में मदद करेगी।
इस अवसर पर श्री राम कॉलेज की प्राचार्य डॉ. प्रेरणा मित्तल, श्री राम कॉलेज के निदेशक डॉ अशोक कुमार, विभागाध्यक्ष डॉ नईम राजपूत सहित डॉ अंजली जाखड़, आबिद,सूरज, राजकुमार, डॉ परवीन मलिक, डॉ रिया जखवाल, डॉ रत्ना किरण वानखेडे, डॉ संतोष, डॉ प्रदीप, डॉ उमरा रहमानी ने सभी सफल छात्रों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। तथा यह भी बताया की यह परिणाम छात्रों की मेहनत, शिक्षकों के समर्पण और हमारे शैक्षणिक वातावरण की गुणवत्ता का प्रमाण है। हमारा उद्देश्य केवल परीक्षा पास कराना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों को समग्र रूप से विकसित करना है ताकि वे छात्र छात्राएँ कृषि क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर सकें। उन्होंने विद्यार्थियोें के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुये बताया कि ये सभी छात्र-छात्राएँ भविष्य में समाज व देश के लिए उदाहरण प्रस्तुत करेंगे,एवं महाविद्यालय में प्रयोगशालाओं, फील्ड वर्क, सेमिनार, और कार्यशालाओं के जरिए विद्यार्थियों को आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी दी जाती है, जो भविष्य में उन्हें कुशल कृषि वैज्ञानिक, उद्यमी या कृषि अधिकारी बनने में मदद करेगी।