शि.वा.ब्यूरो, लखनऊ। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर द्वारा आईएएस अफसर एसपी गोयल के संबंध में भेजी गई शिकायत ने उत्तर प्रदेश में अपर मुख्य सचिव पद पर कार्यरत शशि प्रकाश गोयल की मुश्किले बढ़ा दी हैं। हालांकि अभी नियुक्ति अनुभाग 5 ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए अमिताभ ठाकुर से शपथ पत्र और साक्ष्य की मांग की है। अमिताभ ठाकुर ने 19 मई 2017 से अन्य विभागों सहित मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव और 18 जून 2020 से अपर मुख्य सचिव के रूप में तैनात शशि प्रकाश गोयल के निकटवर्ती परिजनों से जुड़ी करोड़ों रुपए की परिसंपत्तियों और कई कंपनियों के विषय में अभिलेखीय साक्ष्य मिलने का आरोप लगाया है। अमिताभ ठाकुर ने कहा है कि वे इस संबंध में आवश्यक तथ्य शासन को शीघ्र ही प्रेषित करेंगे। उन्होंने कहा है कि जो शिकायत उन्होंने की है, उसकी गहन जांच आवश्यक है।
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर तथा डॉ नूतन ठाकुर ने बताया कि उन्होंने आज इस संबंध में भारत के प्रधानमंत्री तथा यूपी के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर उनके संज्ञान में लाये समस्त तथ्यों की विभिन्न संबंधित एजेंसियों से गहन जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि एसपी गोयल पर पूर्व में उन्नाव के अभिषेक गुप्ता से 25 लाख रुपए लेने के आरोप लगे थे, किंतु शिकायतकर्ता ने संदिग्ध स्थितियों में अपनी शिकायत वापस ले ली थी। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उन्हें अंसल ग्रुप के सुशांत सिटी की अक्टूबर 2022 से दिसंबर 2024 के बीच बेची गयी 10 ऐसी संपत्तियों के रजिस्ट्री के विवरण प्राप्त हुए हैं, जो एसपी गोयल के अत्यंत नजदीकी रिश्तेदारों और उनसे जुड़ी कंपनियों के नाम बेचीं गयी हैं। उन्होंने बताया कि अभिलेखों के अनुसार इन 10 संपत्तियों की स्टांप ड्यूटी सहित कुल कीमत लगभग 45 करोड़ 10 लाख रुपए है।
अमिताभ ठाकुर ने अपनी शिकायत में 7 ऐसी कंपनियों की जानकारी दी है, जिनका पता एसपी गोयल के विराम खंड-1 स्थित आवास का है किंतु उस पर किसी भी कंपनी का कोई बोर्ड नहीं लगा है। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि शशि प्रकाश गोयल के पारिवारिक बताये गए जो 2 लोग इन 7 कंपनियों में डायरेक्टर हैं, उन्हीं लोगों की 5 अन्य कंपनियों की जानकारी भी उन्हें मिली है। उन्होंने बताया कि पूर्व में उत्तर प्रदेश सरकार से इसकी जाँच की मांग की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर शिकायत लोकायुक्त को प्रेषित की गयी है। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर व उनकी आरटीआई एक्टीविस्ट पत्नी नूतन ठाकुर की शिकायतों का क्या हस्र होगा, ये तो बाद की बात है, लेकिन सूबे का मुख्य सचिव बनने की दौड़ उन्हें धक्का जरूर लग सकता है।