पूनम चतुर्वेदी शुक्ला, विक्टोरिया (ऑस्ट्रेलिया)। हिंदी पत्रकारिता के 200 गौरवशाली वर्षों के अवसर पर 30 मई 2025 से 30 मई 2026 तक ‘अंतरराष्ट्रीय हिंदी पत्रकारिता वर्ष-2025-26’ के रूप में भव्य आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में 30 मई से 30 जून 2025 तक ‘अंतरराष्ट्रीय हिंदी पत्रकारिता माह-2025’ के अंतर्गत आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की शृंखला में 6 जून 2025 को शाम 7:30 बजे (भारतीय समयानुसार) ‘यूके में हिंदी: विविध आयाम’ विषय पर एक महत्वपूर्ण वार्ता कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। यह आयोजन छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 352वीं वर्षगाँठ के अवसर पर किया जा रहा है, जो भारतीय संस्कृति और राष्ट्रगौरव के लिए विशेष महत्व रखता है।
यह कार्यक्रम ‘न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन’ एवं ‘अदम्य ग्लोबल फाउंडेशन’ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। इसके सहयोगी संस्थानों में त्रिपुरा केंद्रीय विश्वविद्यालय, डॉ. आंबेडकर चेयर, पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बीआईयू कॉलेज ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड जर्नलिज्म, बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, एकलव्य विश्वविद्यालय (दमोह, मध्यप्रदेश), अमरावती ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, थाईलैंड हिंदी परिषद, जगत तारन गर्ल्स डिग्री कॉलेज (प्रयागराज), शासकीय रामानुज प्रताप सिंहदेव स्नातकोत्तर महाविद्यालय (सूरजपुर), सृजन ऑस्ट्रेलिया, सृजन मॉरीशस, सृजन अमेरिका, सृजन थाईलैंड, सृजन यूरोप, मधुराक्षी आदि पत्रिकाएँ एवं संस्थाएँ शामिल हैं। इस बहुआयामी आयोजन से हिंदी भाषा, पत्रकारिता और साहित्य को वैश्विक मंच पर नया आयाम मिलने की संभावना प्रबल है।कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी के प्रतिष्ठित हस्ताक्षर, वरिष्ठ पत्रकार, लेखक, मुख्य सचिव कथा (यूके) एवं ‘द पुरवाई’ पत्रिका के प्रधान संपादक श्री तेजेंद्र शर्मा आमंत्रित हैं। उन्होंने न केवल यूके में हिंदी लेखन, संपादन और पत्रकारिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, बल्कि भारतीय संस्कृति को भी विश्व पटल पर सशक्त किया है। उनके अनुभवों से श्रोतागण हिंदी पत्रकारिता के वैश्विक आयामों को समझने का एक दुर्लभ अवसर प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम का मंच संचालन और वार्तालाप वरिष्ठ पत्रकार, शिक्षाविद्, साहित्यकार एवं सृजन संसार अंतरराष्ट्रीय पत्रिका समूह के वैश्विक प्रधान संपादक डॉ. शैलेश शुक्ला करेंगे। डॉ. शुक्ला का नाम हिंदी पत्रकारिता, साहित्य और राजभाषा के क्षेत्र में एक सशक्त हस्ताक्षर के रूप में जाना जाता है। उन्होंने हिंदी के विकास, प्रचार-प्रसार एवं वैश्वीकरण के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। उनके संयोजन में यह कार्यक्रम अत्यंत प्रभावशाली और ज्ञानवर्धक बनने की उम्मीद है।
कार्यक्रम के आयोजन से जुड़े संयोजकों में राष्ट्रीय संयोजक डॉ. कल्पना लालजी, सह संयोजक डॉ. बृजेन्द्र अग्निहोत्री, प्रो. रतन कुमारी वर्मा, डॉ. हृदय नारायण तिवारी, श्री कपिल कुमार, डॉ. सोमदत्त काशीनाथ, श्री अरुण नामदेव और शालिनी गर्ग जैसे अनुभवी और समर्पित विद्वान शामिल हैं। इनके साथ संरक्षक के रूप में प्रो. आशा शुक्ला और प्रो. विनोद कुमार त्रिपाठी का मार्गदर्शन भी इस आयोजन को विशिष्टता प्रदान कर रहा है। कार्यक्रम हिंदी पत्रकारिता के ऐतिहासिक यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ने वाला है, जिसमें यूके में हिंदी के विविध आयामों को समझने और वैश्विक हिंदी पत्रकारिता के भविष्य की दिशा तय करने के लिए विशेषज्ञों के अनुभवों और विचारों को साझा किया जाएगा। कार्यक्रम के सभी विवरणों के लिए आयोजकों द्वारा लिंक https://srijanaustralia.srijansansar.com/ भी उपलब्ध कराया गया है। यह निश्चित ही हिंदी पत्रकारिता के अंतरराष्ट्रीय विस्तार में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध होगा, जिससे हिंदी प्रेमियों को प्रेरणा और मार्गदर्शन मिलेगा। हिंदी पत्रकारिता के 200 वर्षों की इस ऐतिहासिक यात्रा को और भी व्यापक बनाने के लिए ऐसे कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।