मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। तीन दिन से बरसात ना होने के कारण कछार की नदियों में जलस्तर कम हुआ है, लेकिन बदलते मौसम में बदली छायी रहती हैं इसलिए कब मुसलाधार वर्षों शुरू हो जाए, इसलिए हजारों परिवार सरकारी स्कूलों एवं भवनों में रह रहे हैं उन्हें सरकार द्वारा खाद्यान्न एवं अन्य सुविधा दी जा रही है। रंगपुर में तथा अन्य इलाकों में तीरपाल पोलिथीन के तंबू बनाकर लोग रह रहे हैं। कछार के डेढ़ सौ से अधिक गांवों में पानी भरा है, इसलिए दर्जनों राहत शिविरों में हजारों लोग रह रहे हैं। मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है।
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