गौरव सिंघल, सहारनपुर। जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चंद्र ने तहसील सदर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में जन समस्याओं को सुना। डीएम डा.दिनेश चन्द्र ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जन शिकायतों का निस्तारण मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में शामिल है। प्राप्त शिकायतों को निर्धारित समय में संवेदनशीलता अपनाते हुए गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारित करें। शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने वालों के विरूद्ध कडी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने विद्युत विभाग की निरंतर आ रही शिकायतों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करने हुए सख्त निर्देश दिए कि कार्यप्रणाली में सुधार न लाने पर निलंबन की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने एक्सईएन विवेक कुमार पटेल का स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्युत उपभोक्तताओं को अनावश्यक रूप से परेशान करने वालों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विद्युत विभाग को निर्देश दिए कि भीषण गर्मी के दृष्टिगत केवल आपातकाल की स्थिति में ही विद्युत कटौती की जाए। उन्होंने कहा कि विद्युत अधिकारी कर्मचारी पूरी मुस्तैदी एवं तत्परता के साथ कार्य करें ताकि जन सामान्य को विद्युत उपलब्धता को लेकर परेशानियों का सामना न करना पड़े। जन सामान्य को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराएं। विद्युत ट्रांसफार्मर जलने की दशा में जल्द से जल्द नवीन ट्रांसफार्मर का प्रतिस्थापन सुनिश्चित किया जाए। विद्युत सब स्टेशनों पर 24 घण्टे कर्मचारियों की टीम मौजूद रहे। सम्पूर्ण समाधान दिवस में राजस्व विभाग की 28, विद्युत विभाग की 03, पुलिस विभाग की 07, विकास विभाग की 03, नगर निगम की 04 एवं अन्य 08 कुल 53 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें से 05 मौके पर ही निस्तारित कर दी गयी।
शिकायतकर्ता रमेश पुत्र सुल्तान सिंह निवासी मुखलिशपुर ने शिकायत की कि ऋण का भुगतान करने के बाद भी ऋण खतौनी पर दर्ज है। जिस पर जिलाधिकारी ने तहसीलदार सदर को निर्देशित किया कि उनके द्वारा जमा किये गये ऋण की तत्काल प्रविष्टि कर खतौनी को ऋण मुक्त दर्शाया जाए। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार 05 मिनट के अंदर वृद्ध कृषक को खतौनी दुरूस्त कराकर सौंप दी गयी। डीएम डा.दिनेश चन्द्र ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायत निस्तारण के प्रति संवेदनशीलता दिखाएं और मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए समस्याओं का समयबद्धता से गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें। योजनाओं का लाभ पात्रों को दिलाने में लापरवाही न बरती जाए। उन्होने दिव्यांगजन अधिकारी, प्रोबेशन अधिकारी एवं समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिए कि पात्रों को नियमानुसार समय से पेंशन एवं अन्य विभागीय योजनाओं का लाभ दिलाया जाए। वृद्ध एवं दिव्यांगों की समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान किया जाए। उन्होने अनुपस्थित अधिकारियों के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए सख्त निर्देश दिए कि जिला स्तरीय अधिकारी सम्पूर्ण समाधान दिवस में अनिवार्य रूप से उपस्थित हों। इसी के साथ प्रतिदिन अपने कार्यालय में प्रातः 10ः00 से 12ः00 बजे तक जनसुनवाई करते हुए शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी डा.दिनेश चन्द्र ने आए हुए लोगों की शिकायतों को सुनकर सम्बन्धित अधिकारियों को शीघ्र निस्तारण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि राजस्व संबंधी वादों का समय सीमा के अंदर निस्तारण किया जाए। उन्होंने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि शासन की मंशा के अनुरूप जो समय सीमा समस्याओं के निस्तारण की दी गई है, उसी के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराएं। उन्होंने यह भी कहा कि निस्तारण के साथ-साथ लाभार्थी को संतुष्टी भी मिलनी चाहिए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 विपिन ताडा ने सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि तहसील दिवस में आई पुलिस संबंधी समस्याओं एवं शिकायतों का गुणवत्तापरक समय से निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी सुनिश्चित करे कि उनके क्षेत्र में अवैध खनन न हो। अवैध खनन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सुमित राजेश महाजन, एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 संजीव मांगलिक, उपजिलाधिकारी सदर युवराज सिंह, क्षेत्राधिकारी सदर रूची गुप्ता, तहसीलदार सदर अमित कुमार सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।