गुरु प्यारा

डाँ. राजीव डोगरा, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। 

न देखा मैं सृजनहारा 
न देखा मैं पालनहारा 
मैं देखा अपना गुरु बलिहारा 
जिन भव पार 
मुझ उतारा।

न देखा मैं राम प्यारा 
न देखा मैं कृष्ण न्यारा 
मैं देखा अपना गुरु प्यार
जिन दर्श दिखाया 
प्रभ तेरा हर रूप न्यारा।

न देखी मैं काली मैया 
न देखी मैं दुर्गा मैया 
मैं देखा अपना गुरु प्यारा 
जिन दिखाई भगवती 
हर लीला न्यारी।
युवा कवि व लेखक गांव जनयानकड़ (कांगड़ा) हिमाचल
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