सात चीनी मिलों ने पेराई बंद की

शि.वा.ब्यूरो, सहारनपुर। मंडल में इस बार कुल 19 चीनी मिलों ने गन्ना पेराई शुरू की थी, इनमें से मुजफ्फरनगर जनपद की आठ और शामली जनपद की तीन चीनी मिलें अभी पेराई कर रही हैं, जिनके अप्रैल माह तक चलने की संभावना है। गन्ना उपायुक्त ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि मंडल की 19 चीनी मिलों ने अभी तक करीब 15 करोड़ क्विंटल गन्ने की पेराई की है। सहारनपुर जनपद में कुल आठ चीनी मिलें हैं, उनमें से देवबंद की त्रिवेणी चीनी मिल को छोड़कर बाकी सात चीनी मिलों में पेराई बंद कर दी है। दो चीनी मिलें नानौता और शेरमऊ आज बंद हो गई हैं। 

गन्ना उपायुक्त ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि इस बार पूरे मंडल में गन्ना किसान रोगमुक्त और उन्नतशील प्रजाति के गन्ने की बुआई करेंगे। उन्होंने कहा कि अभी तक गन्ना किसान 238 प्रजाति का इस्तेमाल कर रहे थे। यह प्रजाति पुरानी पड़ गई है और इसमें रेड रोट समेत तीन बीमारियों के चलते उसका उत्पादन घटता है और उसमें ज्यादा कीटनाशक इस्तेमाल करना पड़ता है। इसके बजाए गन्ना विभाग रोग मुक्त गन्ना प्रजाति को-0118,  को-15023 और कोषा-13235 उन्नत प्रजातियों को प्रोत्साहित कर रहा हैं। इसके लिए जिले में 37 लाख क्विंटल गन्ने का बीज वितरित किया जा रहा हैं, जिसमें 118 प्रजाति का 22 लाख क्विंटल बीज है और नौ लाख क्विंटल बीज को-15023 प्रजाति का है। मंडल में कुल तीन लाख 74  हजार हेक्टेयर भूमि पर गन्ने की खेती होती है। इसके 70 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में नई प्रजाति का पौधा लगाया गया हैं। जो एक लाख 82 हजार क्विंटल है। इसके आधे क्षेत्रफल एक लाख 82 हजार हेक्टेयर में नई प्रजातियों की पौध तैयार की गई है। इससे पूरे मंडल में गन्ने का उत्पादन बढ़ेगा और कीटनाशकों का इस्तेमाल भी मामूली रहेगा।

देवबंद स्थित त्रिवेणी ग्रुप की चीनी मिल के उपाध्यक्ष पुष्कर मिश्र ने आज बताया कि उनके चीनी मिल को भी गन्ने की आपूर्ति बहुत कम हो रही है। दो दिन से चीनी मिल बंद है। आज पुनः पेराई शुरू की जा रही है। उन्हें उम्मीद है कि इस बार त्रिवेणी की देवबंद इकाई 15 अप्रैल तक गन्ना पेराई करने में सफल हो जाएगी जबकि गन्ना विभाग के मुताबिक देवबंद सात अप्रैल तक ही गन्ना पेराई करने की उम्मीद है। देवबंद की चीनी मिल की बड़ी खूबी यह है कि उसने समय पर गन्ना भुगतान के अपने रिकार्ड को इस बार भी कायम रखा हैं। सहारनपुर में इस बार विडवी और टोडरपुर चीनी मिलें पहली बार चली थी। टोडरपुर ने 17 लाख क्विंटल गन्ना पेराई किया है। उसके पास गन्ने का क्षेत्रफल भी कम था। गन्ना उपायुक्त को भरोसा है कि नई प्रजाति के गन्ने की पैदावार से सहारनपुर मंडल में चीनी पेराई सत्र में चीनी मिलों को भरपूर गन्ना उपलब्ध रहेगा और चीनी का उत्पादन भी बढ़ेगा।

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