राष्ट्रभाषा चाय जनगोष्टी उन्नयन मंच ने बराक घाटी को बांग्लादेश बनाने की कोशिश करने वालों को चेतावनी दी

मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। राष्ट्रभाषा चाय जनगोष्टी उन्नयन मंच शिलचर ने बराक घाटी को बांग्लादेश बनाने की कोशिश करने वालों को चेतावनी दी है। मंच के मुख्य संयोजक दिलीप कुमार ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि कुछ लोग बराक घाटी को असम से अलग करके एक नया बांग्लादेश बनाने की कोशिश कर रहे हैं। चाय जनगोष्ठी के लोग इस कोशिश को किसी भी कीमत पर कामयाब नहीं होने देंगे। 



दिलीप कुमार ने इंडियन टी एसोसिएशन के अध्यक्ष ईश्वर भाई उभाडिया के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि चाय बागान की जमीन का अतिक्रमण चल रहा है, तथाकथित बांग्लादेशी घुसपैठियों ने बराक घाटी के कई चाय बागानों की अधिकांश जमीन पर कब्जा कर लिया है। उदाहरण के लिए उन्होंने करीमगंज जिले के चरगोला चाय बागान, बुबरी घाट चाय बागान, हैलाकंदी के मोना छोड़ा चाय बागान, सरसपुर चाय बागान, चंडीपुर चाय बागान तथा काछाड़ के हाथीछोड़ा चाय बागान का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि बराक घाटी में जो बांग्लादेशियों के समर्थक है उन्हें उवाडिया जी की बात से तकलीफ हो रही है। हिंदुस्तान का खाना और बांग्लादेश का गाना नहीं चलेगा। उन्होंने कहा की जरूरत पड़ा तो इस मुद्दे पर चाय जनगोष्ठी के लोग सड़क पर उतरने से पीछे नहीं हटेंगे। 

Post a Comment

Previous Post Next Post