जनपद में 100 आपदा मित्र नियुक्त करने की कार्ययोजना तैयार, संकट की घडी से बचाव के लिये हो रही तैयारी

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। संकट की घडी से संकटमोचक बनकर आपदा मित्र सामने आयेगें। सरकार की आपदा मित्र परियोजना के तहत जनपद में 100 आपदा मित्र तैनात किये जायेगें, इसके लिये कलेक्ट्रेट स्थित जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण कार्यालय से अधिक जानकारी ली जा सकती है।

अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व गजेन्द्र कुमार ने बताया कि प्रदेश के 48 जनपदों में राज्य आपदा मोचक निधि से आपदा मित्र परियोजना संचालित किये जाने के निर्देश प्राप्त हुये हैं जिसके अन्तर्गत जनपद मुजफ्फरनगर में भी 100 आपदा मित्र नियुक्त होगें। इस सम्बन्ध में उ0प्र0 आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी राम केवल की ओर से दिशा निर्देश भी प्राप्त हुये है। उन्होनें बताया कि जनपद स्तर पर आपदा मित्रों/वॉलन्टियर्स के चयन के लिये शासन की ओर से मानक भी निर्धारित भी तय किये गये है। आयु सीमा 18 से 40 वर्ष तय की गयी है। पूर्व सेना अधिकारी, सेवा निवृत्त चिकित्सा कर्मी, इंजीनियर्स के लिये आयु में 05 वर्ष की छूट दी गयी है। यह योजना जनपद मु0नगर के मूल निवासियों के लिये ही हैं। न्यूनतम कक्षा 12 उत्तीर्ण युवा ही आवेदन कर सकते हैं। शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य अच्छा होना चाहिये। मैडीकल फिटनेस प्रमाण पत्र अनिवार्य है। 
उन्होनें बताया कि एनसीसी, एनएसएस, एनवाईकेएस एवं स्काउट के 50 प्रतिशत स्वयंसेवकों को प्राथमिकता दी जायेगी। उन्होनें बताया कि शेष 50 प्रतिशत स्वयंसेवकों में पूर्व सैनिक, पूर्व अग्निशमन कर्मी व नागरिक सुरक्षा कर्मचारी लिये जा सकते हैं। उन्होनें बताया कि आपदा प्रबन्घन व बचाव कार्य में अनुभव प्राप्त स्वयंसेवकों को वरीयता प्रदान की जायेगी। इनके प्रशिक्षण कार्यक्रम भी बैचवार आयोजित किये जाने के निर्देश दिये गये हैं।
उन्होनें बताया कि जनपद बाढ की दृष्टि से अत्यन्त संवेदनशील है। यहां आपदा से बचाव के लिये पर्याप्त मात्रा मे जल पुलिस, एनडीआरएफ एवं पीएसी की टीम उपलब्ध नहीं है। ऐसी स्थिति में आपदा मित्रों का प्रशिक्षण कराकर आपदा से बचाव करने व राहत कार्य कराने में काफी हद तक मदद मिल सकती है।

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