मदन सिंघल, शिलचर। महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ लिंग आधारित भेदभाव को समाप्त करने के लिए 16 दिवसीय अभियान के तहत आज कछार में एक कैरियर मार्गदर्शन परामर्श शिविर आयोजित किया गया। बैठक में वक्ता के रूप में असम विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. जॉयश्री डे और डीडीआरसी के नोडल अधिकारी मिथुन रॉय उपस्थित थे। समाज कल्याण विभाग की ओर से डीएचईडब्ल्यू लिंग विशेषज्ञ बिजय बर्मन, तीर्थंकर चक्रवर्ती, कार्यक्रम सहायक महबूब हसन लस्कर उपस्थित थे।
कार्यक्रम में लगभग 150 छात्र उपस्थित थे और उन्हें शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में अपनी भविष्य की योजनाओं को निर्धारित करने के लिए विभिन्न सलाह दी गईं। छात्रों ने भी अपने विचारों का आदान-प्रदान किया, वक्ताओं से पूछा और सुझाव लिए कि वे अपनी विशेषज्ञता के विषय पर भविष्य में किस विभाग में अध्ययन कर सकते हैं। डॉ. जॉयश्री डे ने शिक्षा के क्षेत्र में लड़कियों के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला और लड़कियों को अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद करने के लिए महिला शिक्षा की विशिष्टता पर सलाह दी। बैठक में सक्षम कछार जिले के संयुक्त सचिव बैभव देव, सदस्य राज अचार्जी और शुभम बसफर के साथ-साथ असम विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग के छात्र भी उपस्थित थे।