संस्थागत प्रसव कम होने पर डीएम ने लगाई फटकार

शि.वा.ब्यूरो, सहारनपुर। जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट  सभागार में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत गठित जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की समीक्षा बैठक की गयी। बैठक में जिलाधिकारी डा.दिनेश चन्द्र ने मातृत्व सुरक्षा योजना, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, आशा कार्यक्रम समीक्षा, रोगी कल्याण, परिवार कल्याण, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, स्कूल आई स्क्रीनिंग कार्यक्रम, प्रतिरक्षण कार्यक्रम, कुष्ठ उन्मूलन, हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर आदि की समीक्षा की। 

समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने चिकित्सालयों में प्रसव की संख्या कम पाए जाने पर कडी नाराजगी व्यक्त करते हुए सख्त निर्देश दिये कि संस्थागत प्रसव को बढाया जाए। उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सक अपने दायित्वों का भली प्रकार से निर्वहन करते हुए अगले माह संस्थागत प्रसवों में बढोत्तरी लाना सुनिश्चित करें। जिन कारणों से संस्थागत प्रसवों में कमी आ रही है उनकी जांच कर संबंधित की जवाबदेही तय करें। उन्होंने नियमित टीकाकरण में प्रगति लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन प्राईवेट चिकित्सालयों में हेपेटाइटिस बी का टीकाकरण नहीं होता है उन्हें नोटिस जारी करते हुए उनके लाईसेंस निरस्त किया जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि प्राईवेट अस्पतालों से टीकाकरण संबंधी नियमित रिपोर्ट ली जाए। हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर पर स्वास्थ्य संबंधी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही साफ-सफाई एवं शत-प्रतिशत विद्युत कनेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। परिवार कल्याण के अन्तर्गत जन सामान्य को जागरूक करते हुए प्रेरित किया जाए।
जिलाधिकारी डा.दिनेश चन्द्र ने कहा कि आशाओं के मानदेय का भुगतान समय से किया जाए। आशाओं एवं आंगनबाडी कार्यकत्रियों की डोर-टू-डोर विजिट बढाई जाए ताकि नियमित टीकाकरण का लक्ष्य शत-प्रतिशत पूर्ण हो सके। समय से शगुन किट एवं आशा द्वारा भरे जाने वाले सी-बैक फोर्म को पूर्ण किया जाए।
डॉ0 दिनेश चन्द्र ने स्कूल आई स्क्रीनिंग कार्यक्रम के तहत वितरित किये जाने वाले चश्मों को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप शीघ्रता से वितरित किया जाए। बुजुर्गों के चश्मों के वितरण में कोई लापरवाही न करें। उन्होने कहा कि यह पुण्य का कार्य है और इस कार्य को कैम्प लगवाकर करवाया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी दिव्यांग का सर्टिफिकेट पोर्टल पर लम्बित न रहे। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में लगी टीमों को निर्देश दिये कि स्कूलों में प्रतिमाह विजिट करें तथा आच्छादन संख्या को बढाएं। तम्बाकू नियंत्रण अभियान के तहत अधिक से अधिक जनजागरूकता की जाए। सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा जिला चिकित्सालयों में ओपीडी की संख्या बढाई जाए मरीजों को किसी समस्या का सामना न करना पडे। महिला चिकित्सालयों में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होने निर्देश दिए कि महिला अधिकारियों की टीम गठित कर समय-समय पर जिला महिला चिकित्सालय का निरीक्षण कराया जाए। ब्लॉक स्तर पर डाटा रैंकिंग में सुधार करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी डा.दिनेश चन्द्र ने 01 से 17 नवम्बर तक डिप्थीरिया से बचाव के लिए चलने वाले विशेष अभियान में निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित पुनरीक्षण अभियान की तिथि 04 एवं 05 नवम्बर को स्कूलों में कैम्प लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी चिकित्सालयों पर बेहतर साफ-सफाई के निर्देश दिए। चिकित्सालयों में जीवन रक्षक दवाओं एवं चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इस अवसर पर डॉ0 दिनेश चन्द्र ने 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक चले अभियान के तहत आयुष्मान कार्ड बनाने में बेहतर कार्य करने पर जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक कुमार शर्मा, जिला पूर्ति अधिकारी  मनीष कुमार, एआरओ  अश्वनी मिश्रा, उपजिलाधिकारी नकुड  अजय कुमार अम्बष्ट, खण्ड विकास अधिकारी त्रिलोक चन्द, सहायक विकास अधिकारी पंचायत अमित कुमार, पूर्ति निरीक्षक हृदेश, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ0 रोहित वालिया, उपजिलाधिकारी बेहट दीपक कुमार, खण्ड विकास अधिकारी कौशल कुमार, सहायक विकास अधिकारी  जय सिंह, पूर्ति निरीक्षक दीपांकर शर्मा, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ0 अशोक कुमार को प्रशस्ति प्रमाण देकर सम्मानित किया गया तथा निर्देश दिए गये कि आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य में निरंतर प्रगति करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी  सुमित राजेश महाजन, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 संजीव मांगलिक, अपर नगर आयुक्त राजेश कुमार यादव, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ0 शिवांका गौड तथा समस्त सीएचसी एवं पीएचसी से चिकित्सक मौजूद रहे। 

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