पीयूष हजारिका को हिंदीभाषी संगठनों ने ज्ञापन दिया, हिंदीभाषी संगठनों की बैठक हिंदी भवन में 15 अक्टूबर को

मदन सिंघल, सिलचर। सर्किट हाउस में शिलचर के प्रमुख हिंदीभाषी संगठनों ने असम सरकार के मंत्री पीयूष हजारिका को मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा के नाम एक ज्ञापन प्रदान किया। असम सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा उच्च प्राथमिक विद्यालयों में हिंदी को बंद करने और हिंदी शिक्षकों का पद विलुप्त करने के लिए जो योजना बना रही है, ज्ञापन में उसे रोकने की मांग की गई है। मंत्री जी ने इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात करने का आश्वासन प्रतिनिधि मंडल को दिया। 

उन्होंने सुझाव दिया कि इस बारे में शिक्षा मंत्री से मिलना चाहिए। प्रतिनिधि मंडल में हिंदीभाषी समन्वय मंच के महासचिव दिलीप कुमार, उपाध्यक्ष गणेश लाल छत्री, भोजपुरी परिषद के युगल किशोर त्रिपाठी, हिंदीभाषी एवं चाय जनसमुदाय मंच के महासचिव कंचन सिंह, चाय युवा कल्याण समिति के अध्यक्ष लालन प्रसाद ग्वाला, बराक चाय जनजागृति मंच के सुभाष चौहान और अनंत लाल कुर्मी शामिल थे। ज्ञापन में 6 मांगों का उल्लेख किया गया1. जिसमें पुराने सभी हिंदी माध्यम के विद्यालयों को पुनः हिंदी माध्यम में किया जाए।, 2. उच्च प्राथमिक विद्यालयों में हिंदी शिक्षा को यथावत जारी रहने दिया जाए।, 3. हिंदी शिक्षकों का पद पूर्ववत रहने दिया जाए तथा जहां हिंदी शिक्षक नहीं है वहां हिंदी शिक्षकों की नियुक्ति की जाए।, 4. सभी मॉडल स्कूलों में जल्द से जल्द हिंदी शिक्षकों की नियुक्ति की जाय।, 5. राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप हिंदीभाषी बहुल क्षेत्र में हिंदी माध्यम के विद्यालय प्रारंभ किए जाएं। व विशेष रूप से  शहीद मंगल पांडेय मूर्ति स्थापना की अनुमति देने की मांग शामिल है। इसी संदर्भ में सभी हिंदीभाषी संगठनों की एक संयुक्त बैठक आगामी 15 अक्टूबर को 1:00 बजे शिलचर जिलाधिकारी कार्यालय के पास स्थित हिंदी भवन में आयोजित की जाएगी।

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