जनपद की सीएचसी व पीएचसी पर नेत्रदान शिविर आयोजित

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। 38वां नेत्रदान पखवाड़े के उपलक्ष्य में जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जानसठ, बघरा, बुढ़ाना,कूकड़ा व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पुरकाजी पर नेत्रदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें मरीजों को नेत्रदान के बारे में बताया और चश्में का वितरण किया गया। बुढ़ाना के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में बच्चों को नेत्रदान के संबंध में बताया गया बीआरसी कार्यालय में बच्चों को  वितरित करने के लिए चश्मे प्रदान किये गये। पुरकाजी के राजकीय इंटर कॉलेज में जागरुकता रैली निकालकर नेत्रदान के प्रति लोगों को प्रेरित किया गया।

उन्होंने बताया किमुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि कुछ युवा जो किसी दुर्घटना या दुर्घटना से अपनी दृष्टि खो चुके होते हैं, उन्हें नेत्रदान से सबसे अधिक लाभ होता है। उन्होंने बताया किनेत्रदान किसी के जीवन को हमेशा के लिए बदल सकता है। उन्होंने बताया कि नेत्र बैंक आमतौर पर 2 से 70 वर्ष की आयु के बीच के दाताओं से दान स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि समस्त छात्र- छात्राएं जानकारी रखें एवं दूसरों को भी जागरूक करें कि स्त्री एवं पुरुष की मृत्यु के बाद नेत्रदान किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इससे देश में फैल रही दृष्टिहीनता में कमी लाई जा सकती है।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व नोडल अधिकारी डॉ. दिव्या वर्मा ने बताया कि नेत्रदान ही सबसे बड़ा दान है। उन्होंने बताया कि यदि आप अपनी आंखों का दान करते हैं तो आप मर कर भी जीवित रहते हैं। उन्होंने बताया कि आपके द्वारा दान की गई आंखें आपके जाने के बाद भी दुनिया को देखेंगी। उन्होंने बताया कि जिले में 38वां नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जा रहा है, जिसके उपलक्ष्य में जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जानसठ, बघरा, बुढ़ाना,कूकड़ा व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पुरकाजी पर नेत्रदान शिविर का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि पुरकाजी के राजकीय इंटर कॉलेज में जागरुकता रैली निकालकर नेत्रदान के प्रति लोगों को प्रेरित किया गया।
नोडल अधिकारी डॉ. दिव्या वर्मा ने बताया कि 2 लाख से अधिक से अधिक कॉर्निया अंधत्व ग्रसित व्यक्ति अपनी कोई दृष्टि पाने को नेत्रों का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि लगभग 20000 व्यक्ति प्रतिवर्ष कॉर्निया अंधत्व के शिकार होते हैं। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष 100000 कॉर्निया की आवश्यकता होती है एक व्यक्ति के नेत्रदान से दो लोगों को दृष्टि प्राप्त होती है। उन्होंने बताया कि सभी धर्म के लोग, सभी धर्म के लोग नेत्रदान को बढ़ावा देकर नेत्रदान कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी उम्र अथवा लिंग का व्यक्ति नेत्रदान कर सकता है। उन्होंने बताया कि चश्मा पहनने वाले कॉंटेक्ट लेंस इस्तेमाल करने वाले एवं ऐसा कोई भी व्यक्ति जिसकी नेत्र सर्जरी हुई हो वह व्यक्ति भी नेत्रदान कर सकता है।
Comments