शेखुल हिंद मेडिकल कॉलेज को एम्स का दर्जा देने की मांग

शि.वा.ब्यूरो, सहारनपुर। भारतीय किसान यूनियन वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चिकित्सा सुविधा बिल्कुल जीरो है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक भी एम्स नहीं है, जबकि यहां के 26 जिले प्रदेश व केंद्र सरकार को 80% राजस्व देते हैं। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भी यहां चिकित्सा सुविधा नाम मात्र को भी नहीं है। 

भगत सिंह वर्मा ने कहा कि सहारनपुर जिले में कहने को तो शेखुल हिंद मेडिकल कॉलेज है लेकिन न यहां पर सभी डॉक्टर उपलब्ध हैं और न ही कोई खास सुविधा है। सहारनपुर के मरीजों को एम्स दिल्ली, पीजीआई चंडीगढ़, मैक्स देहरादून या देहरादून के अन्य अस्पतालों में अपने मरीजों के इलाज में लाखों रुपए खर्च करने पड़ते हैं। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि सहारनपुर जिले के ग्राम गंगदासपुर जट्ट में डेंगू बुखार से तीन मौत हो गई हैं और वहां के लोगों के बुखार के इलाज में लगभग 1 करोड रुपए खर्च हो चुके हैं जो वहां के लोगों ने कर्ज लेकर खर्च किए हैं।

भगत सिंह वर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व स्वास्थ्य मंत्री भारत सरकार को पत्र लिखकर सहारनपुर के शेखुल हिंद मेडिकल कॉलेज को एम्स का दर्जा दिलाकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा दिलाने की मांग की। भगत सिंह वर्मा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 8 करोड लोगों के आयुष्मान कार्ड तत्काल बनवाने की भी मांग की। बैठक की अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेंद्र सिंह मान ने की और संचालन असीम मलिक ने किया। 

बैठक में भारतीय किसान यूनियन वर्मा के प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित नीरज कपिल, प्रदेश सचिव सोनू राजा, मंडल उपाध्यक्ष सरदार गुरविंदर सिंह बंटी, जिला उपाध्यक्ष वसीम जहीरपुर, जिला मंत्री मोहम्मद मुकर्रम प्रधान, अब्दुल सलाम, महबूब हसन, अमित कुमार, सुमित वर्मा, डॉक्टर यशपाल त्यागी, सुभाष त्यागी, नीरज सैनी, प्रधान मांगेराम सैनी, नैन सिंह सैनी, हरपाल सिंह, जोगिंदर सिंह, बृजभूषण शर्मा आदि ने भाग लिया।

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